लखनऊ। सपा एमएलसी एवं पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के द्वारा रामचरितमानस पर की गई टिप्पणी के बाद विवादों का सिलसिला लगातार जारी है। सपा नेता ने एक बार फिर से अपनी जुबान खोलते हुए कहा है कि मेरी जुबान काटने वालों को इनाम देने का ऐलान करने वाले संतो, महंतों एवं धर्माचार्यों को क्या अब आतंकवादी या जल्लाद अथवा आतंकवादी कहा जाए। शुक्रवार को सोशल मीडिया के मुख्य प्लेटफार्म ट्विटर के माध्यम से अपनी जुबान खोलते हुए पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा है कि अभी हाल ही में मेरे द्वारा रामचरितमानस को लेकर दिए गए बयान पर धर्म के कुछ ठेकेदारों ने मेरी जीभ काटने एवं सिर काटने वालों को इनाम घोषित किया है। उन्होंने कहा है कि अगर यही बात कोई अन्य कह देता तो यही धर्म के ठेकेदार उसे आतंकवादी करार देते।
लेकिन अब इन संतों, महंतों धर्माचार्यो एवं जाति विशेष के लोगों को क्या कहा जाए? आतंकवादी महाशैतान या जल्लाद! उल्लेखनीय है कि श्रीरामचरितमानस पर प्रतिबंध लगाने का बयान देने के बाद सपा एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य अपनी पार्टी के भीतर ही बुरी तरह से घिरे हुए हैं और उनके बयानों की निंदा करते हुए संत, महंत और धर्माचार्य उन्हें पार्टी से निकालने की मांग उठा रहे हैं। अब स्वामी प्रसाद मौर्य ने अपने खिलाफ बोलने वालों को आड़े हाथों लेते हुए ट्विटर पर अपना यह बयान जारी किया है।