अयोध्या। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने रामलला की दो अतिरिक्त मूर्तियों को मंदिर परिसर में ही उपयुक्त स्थानों पर इस्तेमाल करने का फैसला किया है, ताकि उनकी पवित्रता बनी रहे। अयोध्या में तराशी जा रही रामलला की तीन मूर्तियों में से सर्वश्रेष्ठ को ही मंदिर के गर्भगृह में स्थापित किया जाएगा।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट रामलला की बाकी दो मूर्तियों को स्थापित करने के लिए जगह को अंतिम रूप देने के लिए विभिन्न पुजारियों से परामर्श कर रहा है।
ट्रस्ट के एक सदस्य ने कहा, रामलला की बाकी बची दो मूर्तियों को मंदिर के बाहर नहीं भेजा जाएगा। उन्हें सम्मानपूर्वक मंदिर परिसर के भीतर एक उपयुक्त स्थान पर स्थापित किया जाएगा।
ट्रस्ट के सदस्य के अनुसार, मंदिर की पहली और दूसरी मंजिल पर एक-एक मूर्ति स्थापित की जा सकती है।
सदस्य ने कहा, राम मंदिर की पहली और दूसरी मंजिल समान रूप से शानदार होगी। वे रामलला की बाकी दो मूर्तियों के लिए आदर्श स्थान हो सकते हैं।
मंदिर के गर्भगृह सहित पूरे ग्राउंड फ्लोर का निर्माण कार्य इस साल के अंत तक पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद प्रथम तल का निर्माण शुरू होगा।