इंदौर। जिले के महू क्षेत्र में बुधवार रात एक आदिवासी युवती की मौत के बाद जमकर हंगामा हुआ। लोगों ने पुलिस चौकी पर पथराव किया। पुलिस और राहगीरों की गाड़ियों में तोड़फोड़ भी कर दी। जिसके बाद पुलिस ने हालात पर काबू पाने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े, लाठीचार्ज किया और 25 हवाई फायर भी किए। इस पूरे बवाल में बडगोंदा थाना प्रभारी भरत सिंह ठाकुर समेत 6 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। वहीं एक युवक की भी मौत हो गई है। मुख्यमंत्री ने घटना की मजीस्टीरियल जांच के आदेश दिये हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार महू के बडगोंदा थाना क्षेत्र में धामनोद थाना क्षेत्र निवासी युवती की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। परिजनों का कहना था कि युवती की मौत एक दबंग युवक की प्रताड़ना के कारण हुई है। परिजनों ने बुधवार शाम डोंगरगांव चौकी के सामने युवती का शव रखकर चक्काजाम कर दिया। परिजन आरोपी युवक को उनके हवाले करने की मांग कर रहे थे। इस दौरान जयस के कार्यकर्ता भी प्रदर्शन में शामिल हो गए। प्रदर्शनकारी मानपुर-महू रोड पर डोंगरगांव चौकी के पास कॉलेज के सामने खड़े हो गए। उन्होंने यहां से निकले वाहनों पर लट्ठ और पत्थरों से हमला कर तोड़फोड़ की। एक कार में सवार इंदौर के रहने वाले परिवार की बालिका भी पथराव में घायल हो गई।
एक घंटे तक चले प्रदर्शन के बाद पुलिस की टीम प्रदर्शनकारियों को करीब एक किमी तक खदेड़ कर वापस पुलिस चौकी पर आ गई थी। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर गोफन से हमला कर दिया। इसके बाद पुलिस ने भी सामने से फायरिंग की। देर रात तक मचे बवाल के बाद फिलहाल हालात काबू में है। परिजन युवती का शव को लेकर चले गए हैं। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी गांव में डेरा डाले हुए हैं और भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।