मेरठ में दलित भूमि पर कब्ज़ा और गंगा प्रदूषण पर आजाद अधिकार सेना ने कार्रवाई की मांग
मेरठ। दलितों की हजारों बीघा भूमि पर दबंगों का अवैध कब्ज़ा होने और गंगा नदी में केमिकल प्रदूषण से मुक्ति के लिए आजाद अधिकार सेना ने तत्काल कब्जा-मुक्ति और सुरक्षा की मांग की है।
आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय संगठन मंत्री देवेन्द्र सिंह राणा के नेतृत्व में आज थाना हस्तिनापुर, तहसील मवाना अंतर्गत फतेहपुर प्रेम, माजरा बेला, छोटी चामरोधी एवं आसपास के क्षेत्रों का विस्तृत स्थलीय निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान 50-60 से अधिक दलित एवं गरीब परिवारों ने बताया कि उनकी लगभग 1600 से अधिक बीघा ग्राम समुदाय की जमीन और गंगा किनारे की भूमि पर 4-5 दबंग भूमाफियाओं ने वर्षों से अवैध कब्जा कर रखा है।
निरीक्षण में सामने आए मुख्य तथ्य:
सभी पीड़ित परिवार अनुसूचित जाति (दलित) समुदाय से हैं और उनके पास वैध खतौनी–खसरा अभिलेख मौजूद हैं। दबंग कब्जाधारी इन भूमि भूखंडों को ठेके पर देकर करोड़ों रुपये की सब्जी खेती कर रहे हैं।
आसपास के पोल्ट्री फार्म से निकलने वाले केमिकल गंगा नदी में डालकर प्रदूषण कर रहे हैं। पीड़ित परिवारों को धमकियाँ मिल रही हैं और स्थानीय प्रशासन में दबंगों का प्रभाव साफ दिखता है। लेखपाल नीरज सहित कुछ तहसील अधिकारी दबाव में आकर निष्पक्ष जांच नहीं कर रहे। भूमाफियाओं को स्थानीय राजनीतिक संरक्षण मिलने की गंभीर आशंका है।
आजाद समाज पार्टी ने नामजद दबंग और भूमाफिया सुक्के उर्फ धनपाल पुत्र करतार सिंह, किरणपाल पुत्र करतार सिंह ,नरेंद्र पुत्र करतार सिंह, नैन सिंह पुत्र हर प्रसाद, रिषीपाल पुत्र मोमराज (छोटी चामरोधी),
नरेंद्र सिंह शर्मा (ब्राह्मण समाज) एवं अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की है।
