रामपुर में सियासी सरगर्मी: सपा सांसद इकरा हसन ने की आजम खां से मुलाकात, बिहार चुनाव पर दिया बड़ा बयान
Iqra hasan meets azam khan rampur: रामपुर में सपा सांसद इकरा हसन अपने भाई और कैराना के पूर्व विधायक नाहिद हसन के साथ सपा के कद्दावर नेता आजम खां से मुलाकात करने पहुंचीं। उन्होंने आजम खां के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली और उनकी पत्नी डॉ. तजीन फात्मा से भी मुलाकात की। बाद में मीडिया से बातचीत में इकरा हसन ने स्पष्ट किया कि यह मुलाकात राजनीतिक नहीं बल्कि पूरी तरह पारिवारिक थी।
बिहार चुनाव पर दिया बड़ा बयान
डेढ़ घंटे चली बातचीत
सपा सांसद इकरा हसन और नाहिद हसन करीब डेढ़ घंटे तक आजम खां के साथ बैठे। इस दौरान उन्होंने उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली और निजी मुद्दों पर लंबे समय तक चर्चा हुई। इकरा ने कहा कि उनकी आजम खां से यह मुलाकात केवल सम्मान और रिश्ते के आधार पर हुई है।
सपा नेताओं का लगातार बढ़ रहा आना-जाना
आजम खां से मिलने वालों का सिलसिला लगातार जारी है। 29 अक्टूबर को कानपुर की सीसामऊ सीट से पूर्व विधायक इरफान सोलंकी और उनकी विधायक पत्नी नसीम सोलंकी ने भी उनके आवास पर पहुंचकर मुलाकात की थी। उन्होंने एक घंटे तक आजम खां से बात की और बाद में कहा कि यह मुलाकात भी निजी थी, सियासी नहीं।
इरफान सोलंकी का बयान
इरफान सोलंकी ने मीडिया से कहा कि आजम खां उनके पिता समान हैं। उन्होंने बताया कि उनके खिलाफ भी कई मुकदमे दर्ज हैं और वे जेल भी जा चुके हैं, इसलिए वे आजम खां की परिस्थितियों को बेहतर समझते हैं। उन्होंने कहा कि आजम खां पर दर्ज कई मामले पूरी तरह सियासी हैं और जनता समय आने पर इसका जवाब जरूर देगी।
आजम खां की प्रतिक्रिया
29 अक्टूबर को कोर्ट से लौटते समय आजम खां ने अपने ऊपर दर्ज मामलों पर सफाई दी और कई सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि उन पर बकरी और भैंस चोरी से लेकर लूट–डकैती जैसे मामले दर्ज किए गए, जबकि इनमें से कई घटनाओं का कोई सबूत तक नहीं मिला।
आजम ने तीखे सवाल किए- “अगर बकरी चोरी हुई थी तो बरामद क्यों नहीं हुई? सरकारी कॉलोनी बनने के तीन साल बाद मुकदमे कैसे दर्ज हो गए? इतने फर्जी मामले दर्ज करके क्या साबित करना चाहते हैं?”
आजम ने दर्ज मामलों पर जताई नाराजगी
आजम खां ने कहा कि यतीमखाना बस्ती और डूंगरपुर केस में भी उन्हें बेवजह फंसाया गया है। कई मामलों में उन्हें लूट और डकैती तक का आरोपी बना दिया गया, जबकि घटनाओं का आधार मात्र आरोप ही थे। उन्होंने कहा कि यह स्थिति पूरी तरह राजनीतिक दबाव का परिणाम है।
