वक्फ बोर्ड की सख्त हिदायत: 5 दिसंबर 2025 तक पंजीकरण नहीं हुआ तो मुतवल्लियों पर बढ़ेगा कानूनी दबाव
Sambhal News: संभल में जमीयत उलेमा-ए-हिंद सरायतरीन की ओर से वक्फ संपत्तियों की सुरक्षा को लेकर एक महत्वपूर्ण जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम सरायतरीन के मोहल्ला दरबार स्थित जामा मस्जिद में रविवार शाम 6 बजे शुरू हुआ। इसमें सुप्रीम कोर्ट के वकील और जमीयत उलेमा-ए-हिंद उत्तर प्रदेश के कानूनी सलाहकार मौलाना सैयद क़ाब रशीदी ने मुख्य वक्ता के रूप में वक्फ संपत्तियों के पंजीकरण और सुरक्षा पर विस्तृत जानकारी दी।
उम्मीद पोर्टल पर पंजीकरण अनिवार्य, वक्फ बोर्ड ने जारी किए स्पष्ट निर्देश
संपत्तियों के अपलोड की जिम्मेदारी मौलाना रशीदी को सौंपी गई
कार्यक्रम के दौरान जानकारी दी गई कि वक्फ बोर्ड ने मुरादाबाद और आसपास के क्षेत्रों की वक्फ संपत्तियों के डेटा अपलोड की जिम्मेदारी मौलाना रशीदी को दी है। इस काम में वे अपनी टीम के साथ मुतवल्लियों से नियमित मुलाकात कर रहे हैं, उनसे जरूरी दस्तावेज प्राप्त कर रहे हैं और अपलोडिंग प्रक्रिया को सुचारू रूप से आगे बढ़ा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पंजीकरण केवल औपचारिकता नहीं, बल्कि एक कानूनी सुरक्षा कवच है।
5 दिसंबर 2025 अंतिम तिथि
शरीफ हुसैन ने बताया कि उम्मीद पोर्टल पर पूरी वक्फ जानकारी अपलोड करने की अंतिम तिथि 5 दिसंबर 2025 निर्धारित की गई है। उन्होंने कहा कि मुतवल्लियों को प्रशिक्षण और तकनीकी सहायता देने का काम जारी है, ताकि किसी को प्रक्रिया में कठिनाई न हो। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि कोई मुतवल्ली समयसीमा से पहले संपत्ति का पंजीकरण नहीं करवाता, तो वक्फ बोर्ड की ओर से कानूनी दिक्कतों और कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है।
कार्यक्रम का समापन दुआ के साथ
इस जागरूकता कार्यक्रम का समापन देश में अमन, तरक्की और सामुदायिक एकता की दुआ के साथ हुआ। कार्यक्रम में मुफ्ती उस्मान, मुफ्ती रिफाकत, मौलाना महर इलाही, मुफ्ती रियाज़-उल-हक़, क़ारी हनीफ, मौलाना अब्दुल खालिक, मौलाना इमरान, क़ारी अरमान, हाफ़िज़ रुमान, डॉ. अज़ीम, हाफ़िज़ उस्मान और हाफ़िज़ शाहिद सहित कई सामाजिक और धार्मिक प्रतिनिधि मौजूद रहे।
