मुजफ्फरनगर। खतौली विधानसभा के ग्राम मढ़करीमपुर में भारतीय जनता पार्टी के लोकसभा प्रत्याशी और केंद्रीय मंत्री डॉ संजीव बालियान के काफिले पर पथराव का मामला रविवार को मेरठ में हुई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली में भी चर्चा का विषय बना।
जिस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लेते हुए रैली के बाद एक बैठक भी की।
दो दिन पूर्व खतौली विधानसभा के ग्राम मढ़करीमपुर में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी डॉ संजीव बालियान अपने जनसंपर्क में गए थे। जहां उनके काफिले पर हमला हुआ था। इसमें कई गाड़ियां क्षतिग्रस्त हुई थी।
रविवार को मेरठ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मामले का संज्ञान लिया और सरधना के पूर्व विधायक संगीत सोम व केंद्रीय मंत्री डॉ संजीव बालियान के साथ एक बैठक भी की।
बैठक के दौरान भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेई, प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी और क्षेत्रीय अध्यक्ष सत्येंद्र सिसोदिया भी मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री ने खतौली की घटना पर संज्ञान लेते हुए घटना के कारणों को जानना चाहा।
सूत्रों के मुताबिक डॉक्टर बालियान ने आरोप लगाया कि यह संगीत सोम के इशारे पर हुआ है और संगीत सोम के भाई एक दिन पहले इस गांव में गए थे जिस पर संगीत ने स्पष्ट किया कि उनके भाई उस गांव में काफी दिन से नहीं गए है। उन्होंने इस घटना में अपनी संलिप्तता से भी साफ़ इंकार किया।
सूत्रों के मुताबिक आधा घंटा चली इस बैठक में डॉक्टर संजीव बालियान और संगीत सोम ने अपनी-अपनी नाराजगी जाहिर की जिसके बाद मुख्यमंत्री ने दोनों बड़े नेताओं को समझाते हुए लोकसभा चुनाव में साथ मिलकर चुनाव लड़ने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने दोनों के हाथ भी मिलवाए, जिसके बाद संगीत सोम ने मुख्यमंत्री को भरोसा दिलाया कि वह अपनी विधानसभा से डा0 बालियान को विजयी बनाकर भेजेंगे ।
संगीत सोम को मुख्यमंत्री ने उनकी सरधना में होने वाली जनसभा में शामिल रहने के भी निर्देश दिए।
वही प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी जनसंपर्क यात्रा निकालेंगे जिसमें भी संगीत सोम उनके साथ रहेंगे । संगीत सोम ने मुख्यमंत्री को आश्वासन दिया है कि वह पार्टी के समर्पित कार्यकर्ता है और सरधना विधानसभा से डॉ संजीव बालियान को भारी मतों से विजय बनाकर भेजेंगे।
रेली से पूर्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब हेलीपैड पर पहुंचे तो उन्होंने भी संगीत सोम को विशेष तब्बजों दी । प्रधानमंत्री ने पहले संगीत के पेट में स्नेह से घूँसा जमाया और फिर संगीत सोम की गर्दन नीचे झुकाकर पीठ पर धौल जमाई। मोदी का घूँसा और यह धौल भी राजनीतिक क्षेत्रों में चर्चा का विषय बनी रही।