लखनऊ। भाजपा प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के सावरकर और मनुस्मृति को लेकर दिए गए बयान पर प्रतिक्रिया जाहिर की। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने कभी देश का सही इतिहास नहीं पढ़ा और न ही वह भारत के संविधान के बारे में समझते हैं। कांग्रेस की सरकार ने हमेशा संविधान को तोड़ने का काम किया है और इस विषय पर राहुल गांधी को बोलने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है।
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राकेश त्रिपाठी ने कहा कि राहुल गांधी उत्तर प्रदेश में अपनी पार्टी की कमजोर स्थिति को छिपाने के लिए ऐसे बयान दे रहे हैं। वह लगातार जातिवाद और वैमनस्य फैलाने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि देश में गृह युद्ध जैसी स्थिति उत्पन्न हो सके, लेकिन वह इसमें सफल नहीं होंगे। राहुल गांधी के बयान के पीछे कोई वास्तविक ज्ञान नहीं है और उनके विचार बिना किसी अध्ययन के होते हैं। राकेश त्रिपाठी ने आगे कहा कि राहुल गांधी ने न तो सावरकर को समझा है और न ही मनुस्मृति को पढ़ा है।
उनका संविधान पर बोलने का कोई आधार नहीं है क्योंकि कांग्रेस ने हमेशा इसे तोड़ने और मरोड़ने का काम किया है। राहुल गांधी का यह बयान संविधान के अपमान के समान है, क्योंकि भारत के संविधान को सर्वाधिक चुनौती कांग्रेस सरकारों ने दी है। उन्होंने आगे कहा कि राहुल गांधी को उत्तर प्रदेश में अब कोई आधार नहीं मिल रहा है, क्योंकि उनकी पार्टी यहां चुनाव नहीं जीत पा रही है। कांग्रेस को उत्तर प्रदेश में लगातार हार मिल रही है और अब वह यहां के लोगों को नीचा दिखाने के लिए इस तरह के बयान दे रहे हैं। उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार गरीबों, किसानों और आम जनता के अधिकारों की रक्षा कर रही है, जो राहुल गांधी को पसंद नहीं है।
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संभल में हुई घटनाओं पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि संविधान को लेकर जो झूठ राहुल गांधी ने फैलाया था, उसकी कलई अब खुल गई है। संभल में कुछ लोग कोर्ट के आदेश के बावजूद पत्थर चला रहे थे और राहुल गांधी उनके खैरख्वाह बने हुए हैं। राहुल गांधी धार्मिक स्थलों को लेकर कांग्रेस और सपा के पूर्व के कार्यों को नजरअंदाज कर रहे हैं। कांग्रेस और सपा ने हमेशा राजनीतिक फायदे के लिए तुष्टिकरण की है।