शामली। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में निर्दोष पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले के बाद देशभर में गुस्से का माहौल है। इस घटना ने शामली के रिटायर्ड फौजियों के खून में भी उबाल ला दिया है। बुधवार को दर्जनों पूर्व सैनिकों ने जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ नाराजगी जताई और भारत सरकार को पूर्ण समर्थन देने का संकल्प लिया। इस दौरान उन्होंने एक ज्ञापन भी जिलाधिकारी को सौंपा, जिसमें उन्होंने खुद को फिर से सीमा पर सेवा देने का इच्छुक बताया।
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पूर्व सैनिकों का कहना है कि यदि भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध की स्थिति बनती है, तो वे पीछे नहीं हटेंगे। वे पहले की तरह एक बार फिर देश की रक्षा के लिए सीमा पर जाकर दुश्मनों का डटकर मुकाबला करने को तैयार हैं।
बुधवार को पूर्व सैनिक संगठन के बैनर तले दर्जनों रिटायर्ड फौजी शामली कलेक्ट्रेट पहुंचे। वहां उन्होंने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर आक्रोश जताया और शहीद हुए निर्दोष नागरिकों को श्रद्धांजलि दी। पूर्व सैनिकों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपते हुए भारत सरकार की जवाबी कार्रवाई की सराहना की और कहा कि देश की रक्षा के लिए उनका जीवन समर्पित है। उन्होंने स्पष्ट किया कि संकट की इस घड़ी में देश के साथ खड़े हैं, और जरूरत पड़ी तो मोर्चा संभालने में भी पीछे नहीं हटेंगे।
पूर्व सैनिकों ने सरकार से आग्रह किया कि उन्हें भी फिर से सेना में सेवा देने का मौका दिया जाए, ताकि वे सीमा पर जाकर देश के दुश्मनों को मुंहतोड़ जवाब दे सकें।