मुजफ्फरनगर। थाना बुढाना पुलिस ने मोबाइल टावर से उपकरण चोरी के 6 मामलों का सफल अनावरण करते हुए एक अंतरराज्यीय गिरोह के 10 शातिर चोरों को गिरफ्तार किया है।
ये अभियुक्तगण मोबाइल टावर उपकरण चोरी करने में संलिप्त थे। इस कार्रवाई के तहत पुलिस ने चोरी किए गए उपकरणों को भी बरामद किया है। जिनके कब्जे से कई अवैध वस्तुएं बरामद कीं। इनमें 40,000/- रुपये नकद, 7 मोबाइल टावरों की बैटरियां और अन्य उपकरण शामिल हैं। इसके अलावा, चोरी के उपकरण और चोरी की वारदात में इस्तेमाल की गई 2 कारें भी बरामद की गईं।
पुलिस के मुताबिक पूछताछ में पकड़े गए आरोपियों ने बताया कि उनका एक अंतर्राज्यीय गिरोह है, जो विशेष रूप से मोबाइल टावरों से बैटरी और अन्य कीमती उपकरणों की चोरी करता है। गिरोह के प्रत्येक सदस्य का अलग-अलग काम निर्धारित है। ये लोग मोबाइल टावरों से RRU, BTS, बैटरी जैसी कीमती वस्तुओं को चुराकर उन्हें बेचते हैं और इस तरह अवैध रूप से आर्थिक लाभ कमाते हैं।
गिरफ्तार अभियुक्तों ने बताया कि उन्होंने थानाक्षेत्र बुढ़ाना के ग्राम विज्ञाना में स्थित एक मोबाइल टावर से बैटरी और BTS चुराई थी। चुराए गए BTS को दिल्ली के सीलमपुर इलाके में कबाड़ी का काम करने वाले शहजाद (पुत्र तस्लीम, निवासी गली न. 26, लक्खीपुरा, थाना लिसाडी गेट, मेरठ, वर्तमान पता सीलमपुर, दिल्ली) को बेच दिया गया था, और बिक्री से प्राप्त पैसों को आपस में बांट लिया था।
इसके अलावा, गिरोह ने मुजफ्फरनगर के विभिन्न थानाक्षेत्रों, जैसे सिविल लाइन के ग्राम सन्धावली, छपार के ग्राम सिसौना, खतौली के ग्राम पवनावली, वजीदपुर और बिहारीपुर में भी मोबाइल टावरों से RRU, राउटर, ईनोड और बैटरी जैसे मंहगे उपकरण चुराए हैं।
गिरोह के सदस्यों मनीष और रवि शर्मा पूर्व में मोबाइल कंपनियों में तकनीशियन के रूप में काम कर चुके हैं, जिसके कारण उन्हें टावरों के कीमती उपकरणों की जानकारी है। ये लोग RRU की वायर भी काटना जानते हैं। गिरोह के अन्य सदस्य, इस्तकार और दीपक, पहले टावर की रैकी करते हैं और फिर सब मिलकर चोरी की घटना को अंजाम देते हैं।
चोरी किए गए उपकरणों को फरीद, साजिद और इमरान (निवासी सीलमपुर, दिल्ली) को बेच दिया जाता है।