रामपुर। भगोड़े खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह के समर्थन में पोस्टर लगाने के आरोप में 10 नाबालिगों समेत 12 लोगों को हिरासत में लिया गया है। पुलिस ने कहा कि पूछताछ और काउंसलिंग के बाद नाबालिगों को छोड़ दिया गया, जबकि अन्य दो आरोपियों को जेल भेज दिया गया। पोस्टरों पर लिखा था, अमृतपाल को रिहा करो। हम उसका समर्थन करते हैं। केंद्र सरकार ने उसे अवैध रूप से गिरफ्तार किया है।
पोस्टर उत्तराखंड सीमा के पास रामपुर के बिलासपुर इलाके में दीवारों पर चिपके पाए गए।
डीआईजी (मुरादाबाद) शलभ माथुर ने कहा, 10 नाबालिगों के अलावा, दो अन्य आरोपियों पर आईपीसी की धारा 153 बी (अभियोग, राष्ट्रीय एकता के प्रतिकूल दावे) के तहत आरोप केस दर्ज किए गए हैं।
उन्होंने कहा, नाबालिगों के खिलाफ कोई दंडात्मक कार्रवाई नहीं की गई और उन्हें उनके माता-पिता की मौजूदगी में काउंसलिंग के बाद रिहा कर दिया गया। उन लोगों की पहचान करने का प्रयास किया जा रहा है, जिन्होंने उन्हें कट्टरपंथी बनाने की कोशिश की।