रांची। रांची के बार में मारपीट और इसके बाद डीजे संदीप प्रामाणिक उर्फ सैंडी की गोली मारकर हत्या के मामले में 24 घंटे में पुलिस ने कुल 14 लोगों को गिरफ्तार किया। सभी आरोपियों को मंगलवार को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। इनमें मुख्य आरोपी अभिषेक उर्फ विक्की, एक सरकारी बैंक का मैनेजर प्रतीक कुमार, बार संचालक विशाल सिंह, मारपीट करने वाले बाउंसर्स और मुख्य आरोपी को भगाने का षड्यंत्र करने वाले लोग भी शामिल हैं।
रविवार देर रात रांची के मेन रोड इलाके में ‘एक्सट्रीम स्पोर्ट्स बार’ में शराब परोसे जाने और इस दौरान डांस-म्यूजिक को लेकर दो पक्षों में झगड़ा हो गया था। इसके बाद बार संचालक और बाउंसर्स ने मिलकर शराब पी रहे पांच युवकों को डंडों और लात-घूंसों से बुरी तरह पीटा था। दोनों पक्षों के कुछ लोग घायल भी हुए थे। मारपीट के बाद बार से निकाले गए पांच युवकों में से एक अभिषेक उर्फ विक्की करीब एक घंटे बाद रात एक बजे अपने घर से ऑटोमेटिक राइफल लेकर आया था और उसने बार के डीजे संदीप को गोली मार दी। गोली लगने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई थी।
संदीप को गोली मारने के बाद अभिषेक ने बार से बाहर आकर भी फायरिंग की थी। उसने मौके पर पहुंची पुलिस पर भी राइफल तान दी थी। इसके बाद अपनी कार से फरार हो गया। इस पूरे घटनाक्रम का सीसीटीवी फुटेज सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। मामले की जांच कर रही पुलिस को पता चला कि हत्या को अंजाम देने के बाद मुख्य आरोपी अभिषेक को रांची से बिहार भगाने में कुछ लोगों ने मदद की थी। शराब पीकर बार में हंगामा करने वाले अभिषेक के साथी झारखंड के रामगढ़ स्थित यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के मैनेजर प्रतीक, मृत्युंजय यादव उर्फ मिथुन और समीरुद्दीन को पुलिस ने सोमवार को ही गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस ने अभिषेक के पिता अशोक सिंह को भी गिरफ्तार किया है।
जांच में सामने आया है कि राइफल का लाइसेंस फर्जी है और इसमें अशोक सिंह की भी संलिप्तता है। मारपीट के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेजे गए लोगों में बार मालिक विशाल सिंह, मैनेजर तुषार कांति दास, बाउंसर अजीत कुमार सिंह, शुभम कुमार, शफीर अहमद, विशाल साहू, उदय शंकर सिंह, पंकज अग्रवाल और मनीष कुमार शामिल हैं। इधर, मृतक संदीप का शव मंगलवार को पोस्टमार्टम के बाद उसके परिजनों को सौंप दिया गया। संदीप पश्चिम बंगाल के 24 परगना जिले का रहने वाला था।