कोलकाता। पश्चिम बंगाल पुलिस ने शुक्रवार को बताया कि राज्य के नादिया जिले में 16 अवैध बांग्लादेशी निवासियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें 10 महिलाएं और छह पुरुष शामिल हैं। बाद में उनसे पूछताछ के आधार पर पता चला कि एक स्थानीय निवासी ने इन 16 बांग्लादेशी नागरिकों की भारतीय क्षेत्र में अवैध घुसपैठ सुनिश्चित करने के लिए एजेंट के रूप में काम किया। इन सभी को नादिया की अदालत में पेश किया गया। अदालत ने उन्हें पुलिस हिरासत में भेज दिया। पुलिस ने बताया कि ये 16 अवैध बांग्लादेशी निवासी कुछ महीने पहले भारतीय क्षेत्र में घुसे थे और काफी समय से नादिया जिले के धनतला थाना अंतर्गत दत्तपुलिया ग्राम पंचायत के एक गांव में रहने लगे थे।
जिला पुलिस सूत्रों ने बताया कि पूछताछ के दौरान इन 16 अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों ने स्वीकार किया कि भारत में प्रवेश करने के बाद उनके रहने के लिए घरों की व्यवस्था भी उन्हीं स्थानीय एजेंटों ने की थी जिन्होंने उनकी अवैध घुसपैठ सुनिश्चित की थी। जिला पुलिस सूत्रों ने बताया कि कुछ समय बाद उनमें से कुछ लोग मजदूर के तौर पर अपनी आजीविका कमाने के लिए देश के अन्य हिस्सों में चले गए। हालांकि, हाल ही में भारत के विभिन्न राज्यों में प्रशासन द्वारा अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों की तलाश में सक्रिय होने के कारण, उन्होंने नादिया के उसी गांव में फिर से इकट्ठा होने का फैसला किया, जहां वे पहले छिपे हुए थे और फिर बांग्लादेश वापस जाने का प्रयास किया। उनके फिर से इकट्ठा होने की सूचना स्थानीय पुलिस को सूत्रों के माध्यम से मिली थी और उसके बाद, एक निश्चित छापेमारी और तलाशी अभियान चलाया गया, जिसके बाद सभी को उस समय पकड़ा गया, जब वे बांग्लादेश वापस जाने की कोशिश कर रहे थे।