मथुरा। भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत सोमवार को मथुरा पहुंचे, यहां गांव-गांव जाकर राकेश टिकैत ने बारिश के चलते फसलों को हुए नुकसान के बारे में किसानों से रूबरू हुए। पत्रकारों से बातचीत में राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार को वोट कहां से मिलेगा यह वह एक दिन में पता कर लेती है। लेकिन किसानों को हुए नुकसान के सर्वे के लिए गांव में जाने के लिए एक दिन भी तैयार नहीं है। किसानों के खेत में बर्बादी की जानकारी के लिए महीने भर में एक बार अधिकारी जाते हैं। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के बाद अभी कई और की संसद सदस्यता जाएगी।
टिकैत ने कहा कि यह लोग चुनाव में बेईमानी करते हैं, इस बार भी बेईमानी करेंगे। जब उनसे राहुल गांधी की सदस्यता जाने पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि अब यह लोग औरों को भी टारगेट करेंगे और उनकी भी सदस्यता जाएगी। इनके 3 रास्ते हैं- या तो भाजपा ज्वाइन कर लो, जेल चले जाओ या फिर आंदोलन करो। हम आंदोलन का रास्ता अपनाएंगे।
केजरीवाल के डिग्री दिखाने के बयान पर चुटकी लेते हुए कहा कि प्रधानमंत्री कहीं तो पढ़े होंगे, किसी स्कूल में तो गए होंगे, किसी शिक्षक ने तो पढ़ाया होगा, वह स्कूल बताना चाहिए, डिग्री सार्वजनिक होनी चाहिए।
राकेश टिकैत ने बताया कि मथुरा में बारिश से फसलों का नुकसान हुआ है। यह हाल अकेले मथुरा का नहीं है, उत्तर प्रदेश बुंदेलखंड वाला क्षेत्र मध्य प्रदेश राजस्थान पंजाब हरियाणा इन सब जगह किसानों का नुकसान हुआ है। सरसों की फसल का नुकसान हुआ है, गेहूं का नुकसान हुआ है जो सब्जियां हैं उनका नुकसान हुआ है, आलू किसानों को नुकसान हुआ है। कुल मिलाकर सभी फसलों में नुकसान हुआ है। प्रोडक्शन कम होगा और लागत बढ़ेगी। अभी गेहूं की कटाई है तो मैनुअल कटाई करनी पड़ रही है, उसकी लेबर बढ़ रही है और प्रोडक्शन कम है। हमने सरकार से मांग की है कि फिजिकल सर्वे किया जाए, हर खेत का सर्वे होना चाहिए, जो नुकसान हुआ है उसकी भरपाई सरकार करे। यह हमारे द्वारा सरकार को कहा गया है लेकिन अभी फिजिकल सर्वे नहीं हुआ है और जब तक वह नहीं होगा तब तक किसानों को लाभ नहीं होगा।