नई दिल्ली। दिल्ली सरकार कांवड़ियों की सुविधा के लिए 185 शिविर लगा रही है। इससे संबंधित तैयारियों का जायजा लेने के लिए राजस्व मंत्री आतिशी ने बुधवार को कश्मीरी गेट स्थित महाराजा अग्रसेन पार्क के कांवड़ शिविर का निरीक्षण किया। यह देश के सबसे बड़े कांवड़ शिविरों में से एक है, जहां एक समय में लगभग 20,000 कांवड़ियों के ठहरने का इंतजाम किया जा सकता है।
यहां महिला-पुरुष कांवड़ियों के विश्राम के लिए अलग-अलग हॉल और प्रसाद ग्रहण करने के लिए एक बड़ा डाइनिंग हॉल भी तैयार किया गया है। इस शिविर में कावड़ियों की सुविधा के लिए सभी सामान रखे गए हैं। आतिशी ने कहा कि पिछले नौ सालों से सावन के पवित्र महीने में केजरीवाल सरकार कांवड़ियों की सुविधाओं के लिए शिविर लगाती है। इस साल भी दिल्ली भर में 185 शिविर लगाए जा रहे हैं, जहां कांवड़ियों के लिए तमाम सुविधाएं मौजूद रहेंगी। शिविर में वाटरप्रूफ टेंट, रहने-सोने की व्यवस्था, साफ पानी, शौचालय सहित अन्य व्यवस्था की जाती है। कांवड़ रखने के लिए विशेष स्टैंड मुहैया कराए जाते हैं।
साथ ही हर कांवड़ शिविर में मेडिकल सुविधाएं होती है। उन्होंने कहा कि इस साल भी सभी शिविरों में हर समय मेडिकल स्टाफ मौजूद रहेंगे, जिससे लंबी दूरी तय करके आ रहे कांवड़ियों को जरूरत पड़ने पर तुरंत उपचार दिया जा सके। कांवड़ियों की सुविधाओं के लिए स्थानीय डिस्पेंसरी को शिविरों से जोड़ा गया है। किसी भी आपात स्थिति के लिए कैट्स एंबुलेंस को तैयार रखा गया है। अस्पतालों को इलाज के लिए विशेष प्रबंध करने के निर्देश दिए गए हैं।