मुंबई। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को संसद में वित्त वर्ष 2024-25 का पूर्ण बजट पेश किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तीसरे कार्यकाल के पहले बजट का विपक्षी पार्टियां विरोध कर रही हैं। उनका आरोप है कि केंद्र सरकार ने बजट में महाराष्ट्र को कुछ नहीं दिया। शिवसेना (शिंदे गुट) के प्रवक्ता कृष्णा हेगड़े ने कहा कि विरोधी पार्टियां सिर्फ दुष्प्रचार कर रही हैं। उन्होंने कहा कि पहले जो अंतरिम बजट पेश हुआ था और अब पेश किया गया बजट, दोनों एक दूसरे से अलग नहीं है। इस बजट में महाराष्ट्र के विकास के लिए बहुत कुछ है। युवाओं के लिए आईटीआई दिया गया है, जिसके लिए महाराष्ट्र समेत सभी राज्यों के लिए फंड आवंटित किया गया है। इसके अलावा बजट में इनकम टैक्स का लाभ देश के अन्य राज्यों के साथ महाराष्ट्र को भी मिलेगा।
उन्होंने आगे कहा कि सूक्ष्म और लघु उद्योग के लिए जो लोन दिया जा रहा है वो महाराष्ट्र को भी मिलेगा। प्रदेश में इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए भी बजट पास किया गया है। इसके अलावा जो 12 इंडस्ट्रियल पार्क बन रहे हैं, उनमें से सबसे बड़ा पार्क महाराष्ट्र में ही बनने जा रहा है। केंद्र सरकार ने वधावन पोर्ट के लिए लगभग 70 हजार करोड़ का प्रावधान दिया है। बता दें कि महा विकास अघाड़ी के कई सांसदों ने बजट में महाराष्ट्र की उपेक्षा का आरोप लगाया छा। उन्होंने मंगलवार को महाराष्ट्र विधानमंडल के बाहर मोदी सरकार के खिलाफ नारे लगाए। इस विरोध प्रदर्शन में शिवसेना (यूबीटी) की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी भी मौजूद रहीं।
वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने भी केंद्र सरकार पर बजट में कई राज्यों की उपेक्षा का आरोप लगाया। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को सदन में इस पर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि बजट पेश करने के दौरान आपके पास इतना समय नहीं होता कि आप देश के सभी राज्यों का नाम ले सकें। ऐसे में इस बात की प्रबल संभावना है कि आप कई राज्यों का नाम लेने से चूक जाएं, लेकिन जिस तरह से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता इस मुद्दे को लेकर राजनीति कर रहे हैं, वो निंदनीय है। इसकी जितनी भत्सर्ना करें, कम है।”