बरेली। माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ के मारे जाने के बाद भी उनका आतंक कम नहीं हुआ है। अब इनके गुर्गे लोगों को धमकाने और उनसे रंगदारी मांगने का काम कर रहे हैं। ताजा मामला बरेली का है, जहां जेल में बंद माफिया अशरफ के साले सद्दाम के पार्टनर फाहम लॉन के मालिक आरिफ ने नेकपुर के काशीनाथ से दस लाख रुपये की रंगदारी मांगी है।
सुभाषनगर के नेकपुर निवासी काशीनाथ से माफिया अशरफ के साले सद्दाम के पार्टनर ने 10 लाख की रंगदारी मांगी है और नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दी है। वहीं इस मामले में आईजी के आदेश पर बारादरी थाने में फाहम लॉन के मालिक आरिफ समेत 6 लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया गया है।
सद्दाम को कुछ समय पहले एसटीएफ ने दिल्ली से गिरफ्तार किया था। जेल में बंद रहने के बावजूद उसके साथी लोगों को धमकाने का काम कर रहे हैं। सुभाषनगर के नेकपुर निवासी काशीनाथ से सद्दाम के पार्टनर ने 10 लाख की रंगदारी मांगी है और नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दी है। वहीं इस मामले में आईजी के आदेश पर बारादरी थाने में फाहम लॉन के मालिक आरिफ समेत 6 लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया गया है।
पीड़ित काशीनाथ ने बताया कि उन्होंने 24 फरवरी 2023 को नवादा शेखान के रहने वाले श्यामलाल से जमीन का सौदा किया था। एक अक्टूबर को उन्होंने प्लॉट की साफ सफाई करवाई और ताला लगा दिया। अगले दिन दो अक्टूबर को अपने प्लॉट पर निर्माण करने पहुंचे तो इस दौरान आरिफ अपने गुर्गों के साथ आ धमका। उसने धमकी दी कि वह माफिया अशरफ के साले सद्दाम के साथ कॉलोनी में पार्टनर है। उसका सारा काम वही देख रहा है। सद्दाम की धमकी देकर उसने 10 लाख की रंगदारी मांगी। रंगदारी न देने पर जान से मारने की धमकी भी दी। मामले की शिकायत बारादरी थाना पुलिस से की गई थी लेकिन थाना पुलिस की सद्दाम के पार्टनर से सांठगांठ के चलते पीड़ित की सुनवाई नहीं हो सकी।
काशीनाथ ने आज इस मामले की शिकायत आईजी डॉ राकेश सिंह से की, जिसके बाद आईजी ने मामले को गंभीरता से लिया और उनके आदेश पर थाना बारादरी में फाहम लॉन के मालिक मोहम्मद आरिफ, उसके बेटे मोहम्मद फारिक, फाहम और लान के मैनेजर, धर्मेंद्र सिंह पुत्र कल्याण सिंह के खिलाफ बलवा, मारपीट, जान से मारने की धमकी, अवैध कब्जा करने और रंगदारी मांगने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोप है कि आरिफ ने फर्जी बैनामा और दान पत्र तैयार कराकर अपने बेटों के नाम रजिस्ट्री करवा दी। जबकि उन्होंने जिस काश्तकार से जमीन की रजिस्ट्री कराई। वह अपने हिस्से की जमीन पहले ही बेच चुका है। वहीं अब काशीनाथ को भूमाफियाओं से जान का खतरा भी है।