नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सेना के जवानों के साथ दिवाली मनाने की अपनी परंपरा को बरकरार रखते हुए इस साल तिब्बत सीमा पर हिमाचल प्रदेश में पड़ने वाले आखिरी गांव लेप्चा पहुंचे हैं। सैनिकों संग 10वीं बार दिवाली मनाने पहुंचे प्रधानमंत्री ने यहां तैनात भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के जवानों को बधाई दी। प्रधानमंत्री बनने के बाद से वह लगातार नौ साल से सैनिकों के बीच दीपावली मनाते आ रहे हैं। उन्होंने पिछले साल पाकिस्तान की सीमा पर कारगिल के द्रास सेक्टर में जवानों के साथ दीपावली मनाई थी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी केंद्र की सत्ता संभालने के बाद 2014 से हर साल दीपावली का त्योहार सैनिकों के साथ मनाने के लिए देश के किसी न किसी बॉर्डर पर जाते हैं। वो इस दौरान जवानों से मुलाकात करते हैं। उनके साथ वक्त बिताते हैं और उन्हें मिठाई खिलाते हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने 2014 में इस परंपरा की शुरुआत दुनिया के सबसे ऊंचे युद्धक्षेत्र सियाचिन से की थी। उन्होंने 23 अक्टूबर, 2014 को बतौर प्रधानमंत्री सियाचिन में पहली दिवाली मनाई थी। अगले साल 2015 में 11 नवंबर को पंजाब के अमृतसर में जवानों के साथ दिवाली मनाई थी। यहां वे 1965 युद्ध के वॉर मेमोरियल का दौरा भी करने पहुंचे थे।
बतौर प्रधानमंत्री मोदी तीसरी दीपावली 2016 में मनाने के लिए 30 अक्टूबर को हिमाचल प्रदेश के चांगो गांव में पहुंचे थे। यहां उन्होंने भारत-चीन बॉर्डर के पास जवानों के साथ दिवाली मनाई थी। प्रधानमंत्री ने 18 अक्टूबर, 2017 को जम्मू-कश्मीर के गुरेज वैली में एलओसी पर जवानों के बीच जाकर दिवाली मनाई थी। प्रधानमंत्री ने 07 नवंबर, 2018 को उत्तराखंड के चमोली जिले में भारत के आखिरी गांव माणा के करीब चीन की सरहद पर तैनात भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के जवानों के साथ दिवाली मनाई थी।
दोबारा प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेन्द्र मोदी ने इस परंपरा को जारी रखा। वह 2019 में जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने का जश्न मनाने के लिए 27 अक्टूबर, 2019 को राजौरी पहुंचे और एलओसी पर तैनात सैनिकों के साथ दीपावली मनाई। राजौरी से लौटते वक्त प्रधानमंत्री मोदी ने पठानकोट एयरबेस पर एयर वॉरियर व अन्य कर्मियों संग दिवाली मनाने के बाद एयरबेस में लड़ाकू विमानों का भी जायजा लिया था।
इसी तरह उन्होंने 2020 की दिवाली 14 नवंबर को पाकिस्तान की पश्चिमी सीमा पर राजस्थान के जैसलमेर में लोंगेवाला पोस्ट पर जवानों के साथ मनाई। उन्होंने उस दौरान जिस अर्जुन टैंक पर सवारी की थी, उसके उन्नत संस्करण स्वदेशी मुख्य युद्धक टैंक अर्जुन एमके वन-ए टैंकों की आपूर्ति के लिए एचएएल को ऑर्डर दिया जा चुका है। 2021 में उन्होंने दिवाली का त्योहार पाकिस्तान की सीमा पर नौशेरा सेक्टर में मनाया था। यह वही जगह है, जहां 1947 में पाकिस्तान की शह पर कबायलियों ने दीपावली के दिन ही राजौरी जिले पर हमला करके सैकड़ों लोगों को शहीद कर दिया था।
प्रधानमंत्री ने पिछले साल 24 अक्टूबर को अपनी नौवीं दीपावली कारगिल में जवानों के साथ मनाई थी। यह चौथा मौका था, जब वह दिवाली मनाने के लिए कारगिल पहुंचे थे। प्रधानमंत्री ने जवानों के संग वंदे मातरम् गीत गाकर उनमें जोश भरा था। इस बार प्रधानमंत्री सैनिकों संग दीपावली मनाने के लिए नेपाल सीमा के करीब हिमाचल प्रदेश के लेप्चा पहुंचे हैं। भारतीय सीमा पर लेप्चा भारत में आखिरी जगह है। इसके आगे सीमा के पार तिब्बत है।