नई दिल्ली। योग गुरु बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण को आज व्यक्तिगत तौर पर सुप्रीम कोर्ट में पेश होना है। बता दें कि पिछली सुनवाई में अदालत ने दोनों को व्यक्तिगत तौर पर पेश होने का आदेश दिया था। इसके अलावा पतंजलि के एमडी आचार्य बालकृष्ण और रामदेव के खिलाफ अवमानना नोटिस भी जारी करते हुए निर्देशों का पालन ना करने पर नाराजगी जताई थी।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश और अवमानना नोटिस के बाद पतंजलि और रामदेव की तरफ से माफी मांगी गई थी। कंपनी ने कहा कि हमारा मकसद सिर्फ देश के नागरिकों को अपने प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करते हुए बेहतर स्वस्थ जीवन के लिए प्रोत्साहित करना मात्र था।
इससे पहले कोर्ट ने 27फरवरी को कहा था कि पतंजलि के उन सभी विज्ञापनों को तत्काल प्रभाव से रोका जाए जिन्हें इलेक्ट्रॉनिक और प्रिंट मीडियम से पब्लिश किया जा रहा है। अदालत ने कहा था कि विज्ञापनों को तत्काल प्रभाव से वापस लिया जाए। यही नहीं अदालत ने केंद्र सरकार को भी फटकार लगाते हुए कहा था कि आपने एक्शन नहीं लिया और आंखे बंद किए रहे।
बता दें कि मामले पर सुनवाई नवंबर 2023 में शुरू हुई थी। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की ओर से दायर याचिका में कहा गया था कि पतंजलि अपनी दवाओं के बारे में झूठे दावे कर रही है। और ऐलोपैथी चिकित्सा पद्धति व डॉक्टरों को आयुर्वेद से कमतर बता रही है।