Monday, May 6, 2024

मुज़फ्फरनगर के एम.जी. पब्लिक स्कूल की योगी आदित्यनाथ ने दिए जांच के आदेश, फर्जी कमेटी बनाकर सम्पत्ति की लूट का है आरोप !

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मुजफ्फरनगर -नगर की प्रमुख शिक्षण संस्थाओं में शामिल एमजी पब्लिक स्कूल में एक बड़ा घोटाला सामने आया है। एक ट्रस्ट द्वारा स्थापित किए गए एमजी पब्लिक स्कूल में ट्रस्ट पर रजिस्ट्रार द्वारा रोक लगाए जाने के बाद मामला अदालत पहुंच गया है, इसी बीच स्कूल पर काबिज उद्योगपति सतीश गोयल ने एक सोसाइटी बना ली है जिसके माध्यम से स्कूल का संचालन किया जा रहा है और स्कूल के धन और संपत्ति का भी दुरुपयोग किया जा रहा है, इस मामले की शिकायत मुख्यमंत्री कार्यालय को की गई है जिसके बाद मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा दो मामलों में जांच के आदेश दे दिए गए हैं।

5 दिसंबर 1987 को मोतीराम गोपीचंद चैरिटेबल ट्रस्ट बनाया गया था इस ट्रस्ट में दिवंगत उद्योगपति हरबंस लाल गोयल पुत्र मोतीराम को प्रधान और प्रेम कुमार पुत्र गोपीचंद को मंत्री बनाया गया था। इनके अलावा केवल कृष्ण उपप्रधान, सुरेंद्र कुमार सिंधी पुत्र प्रेम कुमार कोषाध्यक्ष, जगदीश राय पुत्र मोतीराम उपमंत्री और पुरुषोत्तम सिंघल पुत्र प्रेम कुमार और  मूलचंद पुत्र मोतीराम को ट्रस्टी बनाया गया था।

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इनमें मोतीराम सतीश गोयल के दादा थे जबकि गोपीचंद सुरेंद्र सिंधी के दादा थे, जिस समय यह ट्रस्ट बनाया गया था उस समय मुजफ्फरनगर में सुरेंद्र सिंधी का लोहा उद्योग में जलवा था और मुजफ्फरनगर के अधिकांश लोहा उद्योग को स्थापित कराने में सुरेंद्र सिंधी का योगदान था, उसी समय सुरेंद्र सिंधी ने सतीश गोयल के पिता हरबंस लाल गोयल के साथ मिलकर एम जी पब्लिक स्कूल की स्थापना की थी।

इसी बीच 23 नवंबर 2012 को हरबंस लाल गोयल का निधन हो गया जिसके बाद सतीश गोयल उनके स्थान पर अध्यक्ष बना दिए गए,सचिव के रूप में सुरेंद्र सिंधी काम कर रहे थे।  वक्त का पहिया बदला सुरेंद्र सिंधी का काम कमजोर हुआ और सतीश गोयल धीरे-धीरे आगे बढ़ते गए लेकिन स्कूल पर सुरेंद्र सिंधी का ही कब्जा चलता रहा।

18 नवंबर 2019 को सुरेंद्र सिंधी का भी निधन हो गया, जिसके बाद स्थितियां पूरी तरह बदल गई और सतीश गोयल ने सुरेंद्र सिंधी के परिवार को स्कूल से निकालने की योजना बनानी शुरू कर दी। पूर्व विधायक ठाकुर जगत सिंह ने 29.12. 2020 को प्रदेश के मुख्यमंत्री को शिकायत पत्र दिया था जिसमें स्कूल में कई तरह की धांधली करने का आरोप लगाया था।

इनके अलावा सुरेंद्र सिंधी की पुत्री रितु गोयल, रीमा सिंघल और पुत्र हर्ष सिंघल ने भी अलग-अलग शिकायतें की लेकिन सतीश गोयल जिसकी सत्ता होती है, उसके चहेते बन जाते रहे है, जिसके चलते कोई प्रभावी कार्यवाही नहीं हो पाई। सहारनपुर के फर्म्स, सोसाइटी तथा चिट्स के सहायक रजिस्ट्रार ने 29-11-2021 को एक जांच रिपोर्ट जारी की तो मंत्री संजीव बालियान और कपिल देव अग्रवाल ने सहायक रजिस्ट्रार को संजीव बालियान के आवास पर बुलाकर जमकर लताड़ लगाई थी।

सहायक रजिस्ट्रार ने आदेश जारी किया था कि पुरुषोत्तम सिंघल इस ट्रस्ट के एकमात्र जीवित सदस्य है जो पंजीकृत नियमावली के नियम 4 के अनुसार 30 दिसंबर 2021 तक नए सदस्य बनाकर नई समिति का गठन करें। सतीश गोयल इस आदेश के खिलाफ हाई कोर्ट से स्टे ले आये थे।

सुरेंद्र सिंधी की बेटी रितु गोयल के मुताबिक स्टे के बाबजूद भी सतीश गोयल नए सदस्य बनाकर संस्था के धन को दुरूपयोग कर रहे है और अपने लाभ मेंसंस्था की सम्पत्ति लूट रहे है।  उन्होंने कहा कि भीम सेन कंसल को एमजी पब्लिक का अध्यक्ष और कुञ्ज बिहारी अग्रवाल को एम जी वर्ल्ड विजन का अध्यक्ष बना रखा है जबकि ये कभी सदस्य भी नहीं थे और स्टे के बाद इन्हे सदस्य भी नहीं बनाया जा सकता है।

उन्होंने कहा कि मुज़फ्फरनगर के एक बीजेपी नेता की बेटी को सहायक रजिस्ट्रार के स्कूल की आर्थिक अनियमितता की जांच के लिए नियुक्त किया गया था जिन्होंने उनसे रुपये मांगे थे, जो उन्होंने नहीं दिए, तो वे साक्ष्य अपनी रिपोर्ट में शामिल नहीं किये जिसके विरुद्ध भी वे शिकायत करने जा रही है।

सुरेंद्र सिंधी की बेटी रीमा सिंघल ने इस मामले को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक  पहुंचाकर न्याय की गुहार लगाई थी जिस पर मुख्यमंत्री कार्यालय ने अलग-अलग दो मामलों में जाँच के आदेश दे दिए है।  मुख्यमत्री के प्रमुख सचिव संजय प्रसाद और सचिव अमित सिंह के आदेश से दो मामलों में जांच के आदेश दे दिए है जिसके बाद एम.जी. पब्लिक में हड़कंप मच गया है।  इस विषय में अध्यक्ष भीम सेन कंसल से उनका पक्ष जानने का प्रयास किया गया तो उनका फोन नहीं उठा।

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