शामली। जनपद के कांधला कस्बे में एक झोला छाप चिकित्सक द्वारा प्रसव के दौरान एक महिला के पेट में पल रहे बच्चे की माॅ को गलत उपचार दिए जाने के बाद बच्चे की मौत के मामले को लेकर पीड़िता ने जिला अधिकारी को प्रार्थना पत्र देकर उक्त क्लीनिंग की फर्जी चिकित्सक के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की मांग की है। उक्त महिला का कहना है कि यदि उसे न्याय नहीं मिला तो वह निराश होकर आत्महत्या कर लेगी।
मामला जनपद शामली के कस्बा गंगेरू एक क्लीनिक का है। कांधला थाना क्षेत्र के गांव भारसी निवासी पीड़िता सावरी ने जिला अधिकारी को दिए गए प्रार्थना पत्र में बताया कि उसका कांधला के गंगेरू रोड स्थित एक क्लीनिक में इलाज चल रहा था। वह गर्भवती थी, इस दौरान उक्त क्लिनिक की चिकित्सिका ने उसे गलत दवाई दी तथा उसके पेट पर दबाव डाला जिससे उसके पेट में पल रहा बच्चा मर गया। यहां तक की उक्त चिकित्सका ने उसकी बच्चेदानी भी काट डाली। जब उसकी हालत खराब हो गई तो उसे कहीं और ले जाने के लिए कह दिया गया। पीड़िता ने बताया कि वह गंभीर अवस्था में कांधला में दिल्ली के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में गया तथा वहां करीब ढाई लाख रुपए खर्च करके उसका इलाज कराया। जब उक्त फर्जी चिकित्सक के क्लीनिक पर पहुंचकर अपने इलाज में लगे हुए पैसों की मांग की तो,उक्त फर्जी चिकित्सका व उसके स्टाफ के लोगों ने उसके साथ पूरा बर्ताव किया तथा मारपीट कर उसे क्लीनिंग से बाहर निकाल दिया। पीड़िता का कहना है कि उन्होंने इसकी शिकायत चिकित्सा विभाग से भी की लेकिन उनके विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं की गई। अंत में थक हारकर वह अपने पति को लेकर को लेकर जिला अधिकारी को एक प्रार्थना पत्र देकर मांग की कि आरोपी फर्जी चिकित्सक के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की।
वही जाए साधना ने बताया कि जिला अधिकारी ने उन्हें आरोपी फर्जी चिकित्सक के विरुद्ध कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है। उन्होंने चेतावनी दी की यदि कार्रवाई नहीं की तो वह निराश होकर आत्महत्या करने को मजबूर हो जाएगी।