मुजफ्फरनगर। जनपद के जानसठ क्षेत्र के गुर्जरहेड़ी गांव के प्राइमरी स्कूल में पढ़ने वाला कक्षा एक का अनुसूचित जाति का छात्र छुट्टी के बाद घर नहीं पहुंचा। परिजनों ने काफी देर तक तलाश की। कईं घंटे बाद बच्चा स्कूल के एक कक्ष में बंद मिला। शिक्षिका के परिजन चॉबी लेकर मौके पर पहुंचे और बच्चे को निकलवाया गया। डीएम के निर्देश पर बीएसए संदीप चौहान ने इस मामले की जांच की, जिसमें दोषी टीचर को सस्पेंड कर दिया गया है।
बताया जा रहा है कि मंगलवार को गुर्जरहेडी के स्कूल में पढ़ने वाला छात्र घर नहीं पहुंचा, तो उसकी तलाश शुरू कराई गई। परिजन और ग्रामीण इधर-उधर तलाश करते रहे। काफी देर बाद परिजन तलाशते हुए स्कूल पहुंचे, यहां पर उन्हें बच्चा बंद मिला।
इस संबंध में जानकारी देते हुए सीओ जानसठ यतेंद्र नागर ने बताया कि पुलिस को भी सूचना मिली थी। छुट्टी के बाद बच्चा किसी वजह से कमरे में ही बंद रह गया था। परिजन तलाशते हुए पहुंचे तो बच्चा स्कूल में बंद मिला। स्कूल की शिक्षिका के परिवार के सदस्य चॉबी लेकर पहुंचे और बच्चे को बाहर निकाला गया। पीड़ित के पिता अर्जुन की ओर से थाने में तहरीर दी गई है। इस मामले में जातिसूचक शब्दों से अपमानित करने का आरोप भी लगाया गया है। पुलिस का कहना है
कि जांच की जा रही है।
इसी बीच बीएसए देर शाम गुर्जरहेड़ी इस प्रकरण की जांच के लिए पहुंचे। उन्होंने पूरे मामले की जानकारी ली और ग्रामीणों का पक्ष लिया गया है, जिसके बाद डीएम के आदेश पर दोषी टीचर को सस्पेंड कर दिया गया है।