शिमला। हिमाचल प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में जोरदार बारिश ने तांडव मचा दिया है। बाढ़ व भूस्खलन से कई इलाकों में जनजीवन अस्तव्यस्त है। जनजातीय जिला किन्नौर के पूह तहसील में फ्लैश फ्लड से भयंकर भूस्खलन हुआ है। पूह से रोरिक तक नेशनल हाइवे के कई किलोमीटर हिस्से में भारी भूस्खलन हुआ है। इससे हाइवे पूरी तरह बाधित हो गया है। माना जा रहा है कि बादल फटने के बाद यहां फ्लैश फ्लड आया है। हालांकि फ़्लैश फ्लड व भूस्खलन से किसी के हताहत होने की रिपोर्ट नहीं है।
उधर, सिरमौर जिला में बीती रात से हो रही मूसलाधार वर्षा से गिरी, यमुना और मारकंडा नदियों ने रौद्र रूप धारण कर लिया है और प्रशासन ने लोगों को नदी नालों से दूर रहने की सलाह दी है। सिरमौर जिला के मुख्यालय नाहन के बनकलां पंचायत में उफनती नारकंडा नदी तबाही मचा रही है। रविवार की सुबह बनकलां में नदी किनारे बना मंदिर को सैलाब बहा ले गया। पलक झपकते ही मंदिर पानी में समा गया। नाहन इलाके की सलानी कटौला पंचायत में नदी का जलस्तर सलानी पुल तक पहुंच गया है और पुल खतरे की जद में आ गया है। सैलाब से यहां कई बीघा क्षेत्र में फसलें बह गई।
ऊना जिला में देर रात से हो रही तेज़ बारिश ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। ऊना में कई घरों और व्यापारिक प्रतिष्ठानो में बरसाती पानी घुस गया है।
राजधानी शिमला में भी बीती रात से बारिश का दौरा जारी है। जिला के चौपाल उपमंडल ग्राम पंचायत पौड़ियां के गांव तारापुर में धनग नाले में आई बाढ़ में कई बागवानों के सेब के पौधे और सेब की पेटियों के मलबे में दबने से भारी नुकसान हुआ है।