बताया जा रहा है कि एक अधिकारी (पीटीओ) वीवी शुक्ला पर ट्रक चेकिंग के दौरान हमला किया गया। ट्रक चालक ने रुकने के बजाय ट्रक की गति बढ़ा दी और मुजफ्फरनगर की सीमा में प्रवेश कर गया। इसके बाद, एक काले रंग की कार में सवार कुछ लोग पहुंचे और अधिकारी की गाड़ी को रोककर उन्हें बाहर निकालने के बाद हाथापाई करने लगे। इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जो इस तरह की घटनाओं की गंभीरता को दर्शाता है। यह मामला सड़कों पर हो रही चेकिंग के दौरान कानून के प्रति लोगों की असहिष्णुता और अपराधियों की बढ़ती हिम्मत का प्रमाण है। ऐसी घटनाओं से पुलिस और अन्य अधिकारियों की सुरक्षा पर सवाल उठते हैं और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के प्रयासों में रुकावट आती है। इस मामले में उचित कार्रवाई की जानी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही वीडियो में साफ देखा जा है कि खनन माफिया अधिकारी की गाड़ी का दरवाजा जबरन खोलकर उन पर हमलावर हो रहे हैं। पीटीओ और उनके चालक बमुश्किल वहां से जान बचाकर भागे। इस दौरान वीडियो में अधिकारी से उलझ रहा शख्स गाड़ी पास करने के लिए 50 हजार रुपये दिए जाने का आरोप लगा रहा है। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस हरकत में आ गई हैं। सीओ अशोक सिसोदिया का कहना है मामला संज्ञान में है। वीडियो में दिख रहे लोगों की पहचान कराई जा रही है।
सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रवर्तन) एमपी सिंह का कहना है कि अधिकारी वीवी शुक्ला के साथ बदसलूकी और सरकारी कार्य में बाधा डालने के आरोप में प्रवर्तन अधिकारी की ओर से पुलिस को कार्रवाई के लिए तहरीर दी गई है। अधिकारी पर गलत आरोप लगाए गए हैं।