शामली। आजाद समाज पार्टी के पदाधिकारियों द्वारा अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति, पिछडा वर्ग व धार्मिक अल्पसंख्यक समाज पर किए जा रहे अन्याय, अत्याचार के विरोध में नारेबाजी कर राष्ट्रपति के नाम डीएम को ज्ञापन सौंपा। जिसमें उन्होने उत्तर प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की। साथ ही चेतावनी दी कि 10 मार्च को लखनऊ विधानसभा के सामने धरना प्रदर्शन किया जायेगा।
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सोमवार को दिए ज्ञापन में कहा कि उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार में प्रत्येक दिन किसी न किसी जनपद में सामन्तवादी मानसिकता एवं जातिवादी मानसिकता से ग्रस्ति असामाजिक लोगों द्वारा लगातार एक के बाद एक अनेकों घटनाऐं अनुसूचित जाति, अनुसूचित जन जाति, पिछडा वर्ग व धार्मिक अल्पसंख्यक समाज के लोगों के साथ की जा रही है। जिनमें जानलेवा हमला, हत्या, बलात्कार और कई प्रकार की उत्पीडन की घटनाऐं है।
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भाजपा सरकार इन घटनाओं को रोक नही पा रही। कहा कि 28 फरवरी को आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व सांसद चंद्रशेखर के काफिले पर सुनियोजित तरीके से पुलिस की मौजूदगी में हमला किया गया। पुलिस हमलावरों को गिरफ्तार नही कर पाई। कार्यकर्ताओं ने जबरदस्त तरीके से प्रदर्शन करते हुए कहा कि यदि कमजोर लोगों की सुरक्षा के लिए उचित कदम नही उठाये गए तो कई चरणों में प्रदेश में धरना प्रदर्शन होगा।
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आगामी 10 मार्च को लखनऊ विधानसभा के सामने धरना प्रदर्शन किया जायेगा। इस अवसर पर प्रभात अनुज भारती, जिलाध्यक्ष चौधरी सलीम गुर्जर, सतंेन्द्र झाल, मोनू, जुनैद चौहान, मनोज कुमार, रिशीपाल बालियान, मुबारिक हसन, राजेश कुमार, अमित कुमार, सुशील कुमार, मंजीत सिंह, शाहरूख, आशू अली, फरमान, हम्माद जंग आदि मौजूद रहे।