बिजनौर। जिले के चर्चित भाजपा नेता और कारोबारी प्रिंस चौधरी के आवास पर शनिवार सुबह आयकर और जीएसटी विभाग की संयुक्त टीम ने छापेमारी की। यह कार्रवाई सुबह छह बजे बुढ़नपुर गांव स्थित उनके आवास पर शुरू हुई, जो करीब पांच घंटे तक चली। टीम में शामिल सात अधिकारियों ने आवास के भीतर गहन तलाशी अभियान चलाया, लेकिन आधिकारिक रूप से कुछ भी नहीं बताया गया।
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छापेमारी के दौरान ‘भारत सरकार’ लिखी पांच गाड़ियां गांव में दाखिल हुईं और आवास को चारों ओर से घेर लिया गया। बताया जा रहा है कि यह कार्रवाई मक्कैतपुर गोलबाग में बनाए जा रहे होटल प्रोजेक्ट से जुड़ी है। जांच के दौरान प्रिंस चौधरी के अधिवक्ता भी मौके पर पहुंचे।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, एक गाड़ी को आवास के भीतर ले जाया गया और कुछ समय के लिए मुख्य द्वार बंद कर दिया गया। इसी बीच एक व्यक्ति चार खाली बोरियां लेकर अंदर गया, जिनमें कथित तौर पर दस्तावेज और नकदी भरने की बात सामने आ रही है। करीब 20 मिनट बाद गाड़ी वापस बाहर आई, लेकिन अधिकारी कोई बयान देने से बचते रहे।
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बाद में मीडिया से बात करते हुए प्रिंस चौधरी ने बताया कि उन्हें जीएसटी विभाग की ओर से नोटिस दिया गया है और मेरठ कार्यालय में दस्तावेज प्रस्तुत करने को कहा गया है। उन्होंने इसे नियमित प्रक्रिया बताया।
प्रिंस चौधरी और उनके पिता सहदेव सिंह जिले में साहूकारी कारोबार के लिए भी चर्चित हैं। उनके कर्ज लेन-देन का नेटवर्क बड़ा बताया जाता है। स्थानीय सूत्रों के अनुसार, उनके आवास में अवैध वसूली के लिए कथित रूप से एक बंदीगृह भी बना हुआ है।
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गौरतलब है कि 2024 में एक सड़क हादसे में दो युवकों की मौत के मामले में प्रिंस चौधरी जेल जा चुके हैं। वहीं, कुछ वर्ष पहले उन्होंने गंगा स्नान मेले में हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा कर राजनीतिक चर्चाएं भी बटोरी थीं।