पटना। पश्चिम बंगाल में महिला डॉक्टर की हत्या के बाद विरोध प्रदर्शन और हंगामा जारी है। ममता बनर्जी सरकार द्वारा प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज को लेकर केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने बुधवार को पटना एयरपोर्ट के बाहर मीडियाकर्मियों से कहा कि पश्चिम बंगाल में सरकार नाम की कोई चीज नहीं है। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में अराजकता की स्थिति है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी खुद एक महिला हैं और वह वहां छात्रों और महिलाओं पर लाठीचार्ज करवा रही हैं।
वह प्रदर्शनकारियों पर पानी की बौछारें और आंसू गैस चलवा रही हैं। ममता बनर्जी को पता होना चाहिए कि इसी महिला के बल पर वह सत्ता में आई हैं। उन्होंने आगे कहा कि जो काम पहले सीपीएम के लोग करते थे, अब वह टीएमसी के लोग कर रहे हैं। ललन सिंह ने बंगाल में कांग्रेस की हालत पर राहुल गांधी पर हमला बोला और कहा कि कांग्रेस की हालत देखिए जब हमने उनसे कहा कि पूरे देश में जातिगत गणना करवाएं तो राहुल गांधी के मुंह पर टेप लगा हुआ था, कांग्रेस सत्ता के लिए किसी से भी समझौता कर सकती है। झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन के भाजपा में शामिल होने पर उन्होंने कहा कि एनडीए लगातार मजबूत हो रहा है और भविष्य में और भी मजबूत होगा।
बता दें कि हाल ही में पश्चिम बंगाल के छात्र समुदाय ने इस घटना के विरोध में ‘नबन्ना मार्च’ निकाला था। इसमें हजारों छात्रों ने हिस्सा लिया और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सरकार की कार्यशैली पर गुस्सा जाहिर किया और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की थी। अब इसके बाद बीजेपी ने आज (बुधवार) पूरे बंगाल में बंद का आह्वान किया है, जिसका तृणमूल कांग्रेस ने विरोध किया है। टीएमसी के कार्यकर्ता सड़कों पर इस बंद का विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि अगर हमें देश को बचाना है, तो बीजेपी को हटाना पड़ेगा।
बंगाल बंद के दौरान सबसे गंभीर घटना उत्तर 24 परगना जिले के भाटापारा में हुई, जहां दो समूहों के बीच गोलीबारी हुई, जिसके बाद एक स्थानीय भाजपा समर्थक रबी सिंह को गोली लग गई और उसे अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। बैरकपुर से पूर्व लोकसभा सदस्य और भाजपा नेता अर्जुन सिंह ने दावा किया कि घायल समर्थक और उसके कुछ साथियों को तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने सड़क पर रोक लिया और उन पर गोलियां चलानी शुरू कर दीं। उन्होंने कहा, “बंद को विफल करने के लिए सत्तारूढ़ पार्टी के कार्यकर्ता सुबह से ही इलाके में आतंक मचा रहे हैं।” हालांकि, तृणमूल कांग्रेस ने आरोपों से इनकार किया है।