लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लखनऊ पुलिस लाइन में आयोजित ‘पुलिस स्मृति कार्यक्रम 2024’ में सोमवार को शामिल हुए। उन्होंने सबसे पहले परेड की सलामी ली। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की पुलिस ने कानून का राज कायम रखने में बड़ी भूमिका निभाई है।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि यह वर्ष हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण रहा है। अयोध्या में भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह के साथ लोकसभा चुनाव शांति पूर्वक सम्पन्न करने में पुलिस बल ने उल्लेखनीय योगदान किया है। प्रदेश सरकार द्वारा कर्तव्य पालन के दौरान शहीद पुलिसकर्मियों, केंद्रीय अर्ध सैनिक बलों और अन्य प्रदेशों के सैन्य बलों और भारतीय सेना में कार्यरत यूपी के 115 शहीद कर्मियों के आश्रितों को 36 करोड़ 20 लाख की आर्थिक सहायता प्रदान की गई है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में जनपदों में तैनात पुलिसकर्मियों की सुख सुविधा के लिए तीन करोड़ 50 लाख रुपये प्रदान किए गए। इसी प्रकार कार्यरत और सेवानिवृत्त पुलिस कर्मियों एवं उनके आश्रितों के चिकित्सा प्रतिपूर्ति 266 प्रकरण के निस्तारण के लिए 30 लाख 56 हजार रुपये दिए गए। सीएम ने प्रदेश के पुलिस बल के कार्यों को सराहा और कहा कि कई तरह के जुलूस और राजनीतिक जुलूस को पुलिस ने बेहतर प्रबंधन से पूरे कराए। कार्यक्रम में सीएम ने शहीद पुलिसकर्मियों, रिटायर्ड पुलिसकर्मियों और मृतक आश्रित परिवारों के लिए भी राहत की घोषणाएं कीं। संबोधन के बाद सीएम योगी यूपी के शहीद पुलिसकर्मी रोहित कुमार और सचिन राठी के परिवार से मिले और उन्हें सम्मानित किया।
उन्होंने कहा कि प्रदेश की पुलिस ने बेहतर काम किए हैं और कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए लगातार अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रही है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एक हजार से ज्यादा पुलिसकर्मियों को उनकी कर्तव्य परायणता के लिए सम्मानित किया है। सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश में अपने कार्य के प्रति समर्पित 100 से ज्यादा पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को राष्ट्रपति द्वारा स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस पर मेडल दिया गया।