नोएडा। शेयर ट्रेडिंग में निवेश करने के बाद मोटी रकम कमाने का लालच देकर साइबर अपराधियों ने एक कंपनी संचालक से 7.66 करोड़ तथा सरकारी नौकरी से रिटायर्ड एक महिला से 63.45 लाख रुपए की ठगी कर ली। दोनों पीड़ितों ने इस मामले की शिकायत थाना साइबर क्राइम पुलिस से की है। पुलिस मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच कर रही है।
थाना साइबर क्राइम के प्रभारी निरीक्षक विजय गौतम ने बताया कि सेक्टर-77 स्थित अंतरिक्ष फॉरेस्ट सोसायटी के निवासी सृजन ढरिया ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। उन्होंने कहा कि उनके पिता दीपचंद से कुछ लोगों ने मोबाइल फोन के माध्यम से एक अक्टूबर को संपर्क किया, तथा शेयर बाजार में रकम लगाकर मोटा मुनाफा कमाने का लालच दिया।
उनके पिता उनकी बातों में आ गए तथा आरोपियों ने उन्हें फ्रेंकलिन टेंम्पलटान असेंट मैनेजमेंट कंपनी के नाम से बनें एक व्हाट्सएप ग्रुप से जोड़ दिया। इस ग्रुप में 73 लोग जुड़े हुए थे। इनमें कुछ पुलिस वर्दी में भी दिखाई दे रहे थे। इस ग्रुप पर पहले कथित रूप से ट्रेनिंग दी गई और धीरे-धीरे कर 7.66 करोड रुपए निवेश कर दिया। इसके बाद कहा गया कि तीन करोड़ जमा करने के बाद उन्हें 23 करोड रुपए मिलेगा। इस पर पीड़ित को उनकी बातों पर शक हुआ तथा उन्होंने सेबी से पता किया, जिसके बाद उन्हें पता चला कि वह फर्जीवाड़े के शिकार हो गए हैं।
उन्होंने बताया कि दूसरे मामले में सेक्टर-78 स्थित महागुन मॉडर्न सोसाइटी में रहने वाली सीमा जैन ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है कि वह एक सरकारी संस्थान से रिटायर्ड है। 20 अगस्त को उन्हें एक फोन आया। फोन करने वाले ने उन्हें शेयर ट्रेडिंग मार्केट में निवेश कर मोटा मुनाफा देने का झांसा दिया। आरोपी ने उन्हें मोतीलाल ओसवाल ट्रेडिंग ग्रुप से जोड़ा।
उनकी केवाईसी करने के लिए आधार कार्ड लिया गया। व्हाट्सएप ग्रुप से उन्हें ट्रेनिंग दी गई। पीड़िता के अनुसार 3 सितंबर वर्ष 2024 को उन्होंने एक लाख रुपए जमा करवाया। इसके बाद और पैसा जमा करने का दबाव दिया गया। पीड़िता के अनुसार वह ठगांे की बातों में आ गई तथा उन्होंने अपने रिटायरमेंट से मिली रकम 63.4 लाख रुपया उनके बताए हुए अकाउंट में डाल दिया।
जैसे ही उनके खाते में रकम डाली, उन्होंने उक्त पैसे को दूसरे अकाउंट में ट्रांसफर कर लिया। जिस पोर्टल के माध्यम से वह ट्रेडिंग कर रही थी उसपर उनकी रकम बढ़ी हुई दिखाई दे रही थी। पीड़िता ने जब अपनी धनराशि निकालनी चाही तो आरोपियों ने कहा कि 9 लाख रुपए और जमा करो तब जाकर आपकी रकम निकलेगी।
उन्हें शक हुआ तो उन्होंने इसकी शिकायत साइबर क्राइम थाना पुलिस से की। थाना प्रभारी ने बताया कि घटना की रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस मामले की जांच कर रही है।