हनोई। वियतनाम ने गुरुवार को भारत से अपील की कि वह विभिन्न कार्यक्रमों के जरिए सार्वजनिक सुरक्षा मंत्रालय की कानून प्रवर्तन क्षमता में सुधार के लिए समर्थन देना जारी रखे। हनोई ने सुरक्षा के क्षेत्र में मदद को द्विपक्षीय सहयोग का एक महत्वपूर्ण स्तंभ बताया। पोलित ब्यूरो सदस्य और वियतनाम के सार्वजनिक सुरक्षा मंत्री जनरल लुओंग टैम क्वांग ने कहा कि भारत-वियतनाम व्यापक रणनीतिक साझेदारी संबंध उच्च राजनीतिक विश्वास के साथ सकारात्मक रूप से विकसित हो रहे हैं।
उन्होंने भारत के उप-राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) पवन कपूर का हनोई का अपने ऑफिस स्वागत करते हुए यह बात कही। यह बैठक वरिष्ठ भारतीय राजनयिक और वियतनाम के सार्वजनिक सुरक्षा उप मंत्री लेफ्टिनेंट जनरल फाम द तुंग की सह-अध्यक्षता में तीसरे भारत-वियतनाम सुरक्षा वार्ता के तुरंत बाद हुई। बैठक में दोनों देशों के नेताओं के संदेशों को पहुंचाने के लिए उच्च स्तरीय आदान-प्रदान बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया गया। वियतनामी मंत्री ने सुरक्षा वार्ता के सकारात्मक परिणामों पर खुशी जाहिर की और कहा कि यह दोनों पक्षों के लिए सहयोग की विषय-वस्तु को ठोस रूप देने का एक अच्छा अवसर है ताकि दोनों देशों के बीच और विशेष रूप से वियतनामी लोक सुरक्षा मंत्रालय और भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के बीच रिश्तों को और विकसित किया जा सके।
उन्होंने ‘आपसी चिंता’ के मुद्दों पर अधिक रणनीतिक जानकारी साझा करने, अंतरराष्ट्रीय अपराधों की रोकथाम और उनसे निपटने में सहयोग को मजबूत करने की अपील की। वियतनाम के लोक सुरक्षा मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान में कहा गया, “इस अवसर पर, मंत्री लुओंग टैम क्वांग ने भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद से अनुरोध किया कि वह वियतनाम के लोक सुरक्षा मंत्रालय को अपनी कानून प्रवर्तन क्षमता में सुधार करने के लिए समर्थन देना जारी रखे। इस बीच, भारत के उप एनएसए ने पुष्टि की कि भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद वियतनाम के सार्वजनिक सुरक्षा मंत्रालय के साथ सुरक्षा सहयोग को बढ़ावा देना जारी रखेगी।