नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 नजदीक है और तमाम राजनीतिक पार्टियों ने चुनावी अभियान की शुरुआत भी कर दी है। विभिन्न दलों के नेता डोर टू डोर अभियान के तहत लोगों से मिल रहे हैं और उनकी समस्या का समाधान करने का वादा कर रहे हैं। दिल्ली वालों ने भी मूड बना लिया है। दिल्ली के गाजीपुर में लोगों के लिए अब भी मुख्य मुद्दा कूड़े का पहाड़ है। गाजीपुर के लोगों ने आईएएनएस से बातचीत के दौरान अपनी समस्याओं के बारे में विस्तार से बात चीत की। मुन्नी देवी ने कहा, “स्थिति दिन-ब-दिन खराब होती जा रही है। कूड़े का ढेर लगातार बढ़ता जा रहा है। जहां देखेंगे सिर्फ कूड़ा ही देखने को मिलता है। यहां की नहर कूड़ाघर बन गई है। नहर में मरे हुए मवेशियों को डाला जा रहा है।
एमसीडी वाले क्या कर रहे हैं? सालों से गंदगी बर्दाश्त कर रहे हैं। अरविंद केजरीवाल वादा करके गए थे कि कूड़ा हटा देंगे लेकिन वादा पूरा नहीं हुआ है।” यहीं के रहने वाले राजेश कहते हैं, “सालों से यहां पर रह रहे हैं। यहां पर कूड़े के ढेर के संबंध में समस्या का समाधान नहीं हुआ है। अरविंद केजरीवाल कहते हैं कि कूड़े का ढेर हटा देंगे। 10 साल की सरकार में कूड़े का ढेर बढ़ा ही है। एमसीडी में उनकी सरकार है। लेकिन, कूड़ा कम नहीं हो रहा है। 10 साल में हम लोग सिर्फ गंदगी और बदबू में जी रहे हैं। बरसात के दिनों में काफी दिक्कतें होती हैं। गर्मियों में कूड़े के ढेर में बलास्ट होता है।” बालमित्रा देवी ना उम्मीद हो चुकी हैं। बोलीं- हमारी समस्या कोई भी सरकार ठीक नहीं करेगी। यहां रहते हुए 40 साल हो गए। प्रदूषण हमारे घर में है। बाहर निकलते ही गंदगी से रूबरू होना पड़ता है। काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
एमसीडी वाले आश्वासन देकर चले जाते हैं। लेकिन साफ-सफाई को लेकर कोई काम नहीं हुआ है। केजरीवाल बताएं कि उन्होंने क्या काम किया है। सफाई नहीं हो रही है। हम चाहते हैं कि जो भी सरकार बने वह यहां पर काम करे। गृहणी निर्मला देवी बरसात में होने वाली दिक्कतों का जिक्र करती हैं। कहती हैं- घर में रोटी नहीं खा सकते हैं। केजरीवाल से पूछना चाहती हूं कि उन्होंने 10 साल में क्या काम किया। दो साल एमसीडी में रहकर क्या काम किया। शफीक मताधिकार की बात करते हैं। उन्होंने दावा किया कि केजरीवाल जब आएंगे तो वादे के बारे में जरूर पूछूंगा।
बोले, ” केजरीवाल की सरकार में समस्या कम नहीं हुई है। जब वह वोट मांगने आएंगे तो हम पूछेंगे कि आपने वादा किया था क्या हुआ। गाजियाबाद का कूड़ा गाजीपुर में डाला जा रहा है। यहां पर बीमारियां हो रही है परेशानियां हो रही हैं।” वहीं, खालिद को लगता है कि कूड़े के ढेर पर सिर्फ राजनीति होती है। सरताज का भी यही मानते हैं। कहा,” यहां पर कभी कूड़े का ढेर खत्म नहीं होगा। क्योंकि, मौजूदा सरकार ने भी वादा किया। लेकिन क्या हुआ। चारों तरफ बीमारियां हैं। गर्मियों के दिनों यहां आग लग जाती हैं। लोगों को सांस लेने में तकलीफ होती है। नितिन ने कहा है कि मैं बचपन से देखता आया हूं कि यहां पर कूड़े का ढेर है। लेकिन कोई सरकार इसे नहीं हटा पाई है। बहुत समस्या का सामना करना पड़ता है।