नोएडा। नोएडा में भाजपा नेता को जयपुर पुलिस द्वारा उठाकर ले जाने से हड़कंप मचा हुआ है। धोखाधड़ी के मामले में वांछित चल रहे गांव सर्फाबाद निवासी अजय यादव को सेक्टर-34 के पास से राजस्थान पुलिस ने दो दिन पूर्व गिरफ्तार किया था। आरोपी भाजपा का नेता है और उसके केंद्र व प्रदेश के राज नेता तथा प्रदेश के मंत्रियों के साथ अच्छे संबंध बताएं जा रहे हैं।
बता दें कि राजस्थान की पुलिस जब उसे गिरफ्तार कर ले गई तब परिवारजनों को पता नहीं चला और उन्होंने हेल्पलाइन-112 पर पुलिस को सूचना दी कि बेटे का हथियारबंद बदमाशों ने अपहरण कर लिया है। इस सूचना पर पुलिस के हाथ-पांव फूल गए।
पुलिस के मुताबिक, जयपुर के चौमूं में जमीन पर प्लॉटिंग कर तीन गुना फायदा देने का झांसा देकर अजय यादव ने किसी से 50 लाख रुपए ठग लिए थे। चौमूं थाने में केस दर्ज होने के बाद शुक्रवार को आरोपी को नोएडा से पकड़ लिया गया। उल्लेखनीय है कि आरोपी का भाई पूर्व में जेडीयू का बड़ा नेता रहा है और वर्तमान में बीजेपी सदस्य है। अजय यादव के भी पोस्टर नोएडा भर में लगे हुए हैं।
जयपुर पुलिस ने बताया कि अहमदाबाद निवासी मुकेश यादव ने अजय के खिलाफ 2 फरवरी को रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। दर्ज रिपोर्ट में बताया गया था कि अजय यादव ने अगस्त 2019 में चौमूं हाड़ोता में करीब पौने दो एकड़ जमीन पर प्लॉटिंग कर तीन गुना फायदा होने का झांसा दिया था। विश्वास में आकर मुकेश यादव ने दिसंबर 2019 में अजय यादव को 25 लाख रुपए नकद और 25 लाख रुपए की ज्वैलरी दे दी थी। जिसके बाद अजय 2020 में कोरोना महामारी का बहाना बनाकर जमीन की रजिस्ट्री में देरी होना बताता रहा। जनवरी 2023 तक न तो जमीन खरीदी गयी और न ही रुपए वापस लौटाए। तब मुकेश ने आरोपी अजय के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाई थी।
जांच के लिए आरोपी अजय को पुलिस नोएडा से चौमूं लेकर पहुंची जहां सामने आया कि आरोपी अजय के खिलाफ गाजियाबाद में हत्या का मामला, आर्म्स एक्ट, यूपी गैंगस्टर एक्ट लगा हुआ है। साथ ही यूपी में भूमाफिया के भी कई केस दर्ज हैं।