मुजफ्फरनगर। शहर की पुरानी घास मंडी रोड स्थित गैलेक्सी हॉस्पिटल पर फर्जी डिग्री के आधार पर डॉक्टरों की नियुक्ति करने का आरोप लगाया गया था जिसको लेकर गैलेक्सी हॉस्पिटल के मैनेजर व विश्व हिन्दू महासंघ के जिलाध्यक्ष चिकित्सा प्रकोष्ट गुरमीत प्रजापति द्वारा सभी आरोपों को निराधार बताया गया है। उन्होंने बताया कि अमजद सैफी द्वारा लाखों रुपये हड़पने की मंशा से हॉस्पिटल की छवि को खराब करने के उद्देश्य से मन गड़ंत कहानी बनाकर आरोप लगाए गए हैं। जिला प्रशासन से दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही करने की मांग की गई।
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गुरूवार को गैलेक्सी हॉस्पिटल के मैनेजर व विश्व हिन्दू महासंघ के जिलाध्यक्ष चिकित्सा प्रकोष्ट गुरमीत प्रजापति ने मीडिया सेंटर पर पत्रकारों से वार्ता करते हुए गैलेक्सी हॉस्पिटल पर लगाये गये आरोप को निराधार बताया हैं। उन्होने बताया कि आरोप लगाने वाला अमजद सैफी दबंगों के साथ मिलकर हॉस्पिटल की छवि को धूमिल करने का डर दिखाकर दो लाख रूपये की मांग की जा रही हैं। आरोप हैं कि रूपयें की मांग खुद न कर अन्य लोगों को भेजकर परेशान किया जा रहा हैं। उन्होने बताया कि गत दिनों निरीक्षण के दौरान साफ सफाई की खामिया मिलने पर जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा हॉस्पिटल की ओटी को सील कर दिया गया था।
आरोप हैं कि अमजद सैफी द्वारा चोरी छिपे हॉस्पिटल की वीडियों बनाने के लिए भेजा था, जिसकों हॉस्पिटल के स्टाफ व मेरे द्वारा पकडकर पुलिस को सौंपने की धमकी देते हुए पूछताछ की गई तो उसेन अपना नाम सैफ पुत्र सरफराज निवासी लद्दावाला बताते हुए कैमरे के सामने कहा कि अमजद सैफी द्वारा वीडियों बनाने के लिए भेजा था। हॉस्पिटल के मैनेजर गुरमीत प्रजापति ने मीडिया के माध्यम से पुलिस प्रशासन व जिला प्रशासन से निष्पक्ष जांच कर दोषियों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही किये जाने की मांग की हैं।
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एक साल पूर्व कराया था इलाज
हॉस्पिटल के मैनेजरर व विश्व हिन्दू महासंघ के जिलाध्यक्ष चिकित्सा प्रकोष्ट गुरमीत प्रजापति ने बताया कि उक्त दबंग अमजद सैफी ने एक साल पूर्व अपनी पत्नी का इलाज गैलेक्सी हॉस्पिटल में कराया था। उन्होने बताया कि हॉस्पिटल की फीस भरने के लिए पैसे का इंतजाम न होने पर किसी अन्य द्वारा सिफारिस लगवाकर रूपये देने के लिए समय मांगा था, जो हॉस्पिटल द्वारा काफी सोच विचार के बाद समय दिया गया था।
आरोप हैं कि समय पूरा होने के बावजूद भी रूपये नही दिये गये। आरोप हैं कि रूपये देने के लिए दबाव दिया गया तो रूपये देने से मना कर दिया गया। उन्होने बताया कि सिफारिशकर्ता के द्वारा भी बातचीत की गई लेकिन कोई समाधान नही निकल पाया, जिसके बाद हॉस्पिटल द्वारा अपने करीब सवा लाख रूपये दबंग अमजद सैफी पर छोड दिये और इस प्रकरण को मन से निकालकर अपने कार्य में जुट गये। हॉस्पिटल के मैनेजर व विश्व हिन्दू महासंघ के जिलाध्यक्ष चिकित्सा प्रकोष्ट गुरमीत प्रजापति ने आरोप लगाते हुए कहा कि दबंग द्वारा अपने उपर हॉस्पिटल के कर्ज से बचने एवं फर्जी मुकदमे में फंसाने के उद्देश्य से मन गडंत कहानी बनाकर अपनी गलतियो पर पर्दा डालने का कभी सफल न होने वाला प्रयास किया जा रहा हैं।