गाजियाबाद। एनआरएचएम घोटाले के संबंध में गाजियाबाद के तीन दवाई कारोबारियों की चल और अचल संपत्तियां कुर्क की है। कुर्की की कार्रवाई शनिवार देर शाम तक चली। कुर्की की कार्रवाई ईडी की टीम ने की। कुर्की की कार्रवाई गोपनीय तरीके से की गई।
प्रवर्तन निदेशालय की तरफ से बताया गया कि कुर्क की गई संपत्तियों में एसके पांडेय और एके शुक्ला के नाम पर 68.62 लाख रुपये मूल्य की सात बैंक जमा राशि, निरुपमा पांडेय के नाम पर 10.16 लाख रुपये मूल्य का एक मकान और एसएन गुप्ता के नाम पर 11.06 लाख रुपये मूल्य का एक भूखंड शामिल है। ये अचल संपत्तियां लखनऊ और वाराणसी में स्थित हैं। ईडी ने वर्ष 2012 में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा दर्ज एफआईआर के आधार पर जांच शुरू की।
आरोप लगाया गया था कि एसके डिस्ट्रीब्यूटर्स गाजियाबाद के प्रोपराइटर एसके पांडेय, सनी एंड कंपनी गाजियाबाद के प्रोपराइटर एके शुक्ला के अलावा गाजियाबाद की ही फर्म जय गणेश ट्रेडर्स की प्रोपराइटर निरुपमा पांडेय, श्याम मेडिकल एजेंसी के प्रोपराइटर एसएन गुप्ता और अन्य ने वर्ष 2005 से 2011 तक सरकारी नियमों और प्रक्रियाओं का उल्लंघन करते हुए सरकारी अस्पतालों के लिए एनआरएचएम आपूर्ति आदेश प्राप्त करने के लिए वाराणसी, गाजीपुर, जौनपुर और चंदौली के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों और अन्य कर्मचारियों के साथ आपराधिक षडयंत्र किया। आरोपी फर्मों ने धोखाधड़ी से सरकारी अस्पतालों को एनआरएचएम योजना के तहत दवाओं और चिकित्सा उपकरणों की आपूर्ति महंगी दरों पर की, जो प्रचलित अनुबंध दरों में बहुत अधिक थी। इससे सरकारी खजाने को 1.14 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।