संभल। संभल में रविवार को विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के क्षेत्रीय संगठन मंत्री सोहन सोलंकी का भव्य स्वागत किया गया। विश्व हिंदू परिषद के सदस्यों ने ‘जय श्रीराम’ के उद्घोष के साथ उनका अभिनंदन किया। इस मौके पर आयोजित स्वागत समारोह में सोलंकी ने राम जन्मोत्सव के महत्व और हिंदू समाज की ऐतिहासिक संघर्ष यात्रा पर विस्तार से चर्चा की। इस अवसर पर सोहन सोलंकी ने पश्चिम उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के क्षेत्र में विश्व हिंदू परिषद के कार्यों और योजनाओं पर भी प्रकाश डाला और समाज में धार्मिक एकता और समरसता के लिए विहिप के प्रयासों की सराहना की।
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सोलंकी ने अपने संबोधन में बताया कि हिंदू समाज को अपनी संस्कृति और धर्म के प्रति जागरूक और समर्पित रहने की आवश्यकता है, ताकि आने वाली पीढ़ियों को हमारी धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर का संरक्षण किया जा सके। सोहन सोलंकी ने कहा कि पूरे विश्व में आज राम जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है और यह उत्सव विशेष महत्व का है। राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद यह दूसरा राम जन्मोत्सव है, जिसे देशभर में बड़े उल्लास के साथ मनाया जा रहा है। राम जी हर हिंदू के हृदय में हैं।
राम के मंदिर के लिए हिंदू समाज ने 500 वर्षों तक संघर्ष किया, बलिदान दिए और कभी भी पराजय को स्वीकार नहीं किया। अंततः हम विजय प्राप्त करने में सफल हुए और राम मंदिर का निर्माण हुआ। उन्होंने कहा कि दुनिया में केवल हिंदू समाज ने ही अपनी गौरवमयी विरासत को पुनः स्थापित किया। इस्लामिक आक्रमणकारियों और लुटेरों से अपने धार्मिक स्थल को वापस लेकर हमने उनका ढांचा तोड़ा और राम मंदिर का निर्माण किया। सोलंकी ने बताया कि देशभर में विभिन्न स्थानों पर हिंदू समाज के आराध्य देवताओं के पूजा स्थल उभर कर सामने आ रहे हैं।
वर्तमान में सर्वे किए जा रहे हैं और आधुनिक वैज्ञानिक प्रमाणों के आधार पर ये स्थल प्रमाणित हो रहे हैं। इन स्थलों पर हिंदू समाज पूजा अर्चना कर रहा है और आने वाले समय में इन स्थलों की पहचान स्पष्ट रूप से सामने आएगी। सर्वे की रिपोर्ट अदालत में प्रस्तुत की जा रही है, जिससे इन स्थलों की वैधता को पुष्टि मिल सके। संभल स्थित हनुमान जी के मंदिर का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि यह मंदिर पिछले 47 वर्षों से बंद था, लेकिन अब प्रशासन ने इसे फिर से खोलकर हिंदू समाज की भावनाओं का सम्मान किया है, इसके लिए प्रशासन का अभिनंदन किया जाता है।