मुजफ्फरनगर। आईपीएस राजेश घुनावत ने अंडर ट्रेनी अफसर के रूप में शहर कोतवाली के थाना प्रभारी का कार्यभार संभाला तो उनकी टीम ने चार्ज के दो दिन बाद ही एसओजी के साथ मिलकर अवैध हथियारों के कारोबार का भंड़ाफोड़ कर सात शातिर सौदागरों को गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से सात अवैध हथियार, सात मोबाइल और बाइक पुलिस ने बरामद करने के बाद इन्हे जेल भेज दिया है। सातों आरोपी नई उम्र के हैं। इंस्टाग्राम पर बाबा गिरोह के नाम से ग्रुप बनाकर ऑनलाइन ऑर्डर लेते हैं। गिरोह के सरगना रक्षित त्यागी की पुलिस को तलाश है।
पुलिस लाइन सभाकक्ष में शहर कोतवाली पुलिस की इस कामयाबी को मीडिया कर्मियों के साथ साझा करते हुए एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत ने बताया कि पुलिस टीम ने बड़कली कट हाइवे पर चेकिंग के दौरान सूचना मिलने पर घेराबंदी की और सात बदमाशों को धर दबोचा। गिरफ्तार आरोपियों में शुभम गिरी पुत्र प्रदीप निवासी ग्राम काकड़ा थाना शाहपुर, उज्जवल त्यागी पुत्र अशुमन निवासी इंदा कालोनी थाना सिविल लाइन, अंकुर त्यागी पुत्र सुशील त्यागी निवासी रामपुरी, विवांक पाल पुत्र धीरेन्द्र पाल निवासी फ्रेंड्स कालोनी, थाना सिविल लाइन, ऋतिक पुत्र सतीश निवासी ग्राम काकड़ा थाना शाहपुर, तुषार वर्मा पुत्र दीपक वर्मा निवासी ग्राम पटवियाँ सर्राफा बाजार थाना कोतवाली नगर, जिला मुजफ्फरनगर, वंश वर्मा पुत्र मनोज वर्मा निवासी रेशु भारत स्कूल के सामने रामपुरी थाना कोतवाली नगर शामिल हैं। हालांकि गैंग का सरगना विक्की त्यागी का बेटा हिस्ट्रीशीटर रक्षित त्यागी निवासी ग्राम पावटी थाना चरथावल फरार हो गया।
पूछताछ में खुलासा किया गया कि वे एक संगठित गिरोह के हिस्सा हैं, जिसमें प्रत्येक सदस्य का काम निर्धारित है। शुभम, उज्जवल और अंकुर फरार आरोपी रक्षित से अवैध हथियार लेकर आते थे, जबकि विवांक और ऋतिक ग्राहक ढूंढते थे। तुषार और वंश हथियार खरीदने आए थे, तभी पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया। गिरोह हथियारों की बिक्री से होने वाला मुनाफा आपस में बांटता था।
पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार आरोपियों में उज्जवल त्यागी और ऋतिक का आपराधिक इतिहास भी सामने आया है। उज्जवल के खिलाफ तीन और ऋतिक के खिलाफ चार मुकदमे विभिन्न थानों में दर्ज है, जिनमें हत्या का प्रयास और गैंगस्टर एक्ट जैसे गंभीर मामले शामिल है।
आपको बता दें कि बरामद सामान में तीन .32 बोर पिस्टल, चार 315 बोर के तमंचे, सात मोबाइल और एक स्पलेंडर मोटरसाइकिल शामिल है। गिरफ्तारकर्ता पुलिस टीम में एएसपी राजेश गुनायत थाना प्रभारी कोतवाली समेत एसओजी प्रभारी जोगिन्द्र सिंह, उपनिरीक्षक संजय सोलंकी, रोहाना चौकी प्रभारी नितिन कुमार, हेडकांस्टेबल कपिल तेवतिया, मनीष कुमार सर्विलांस सेल, ब्रहमप्रकाश, रवि राना एसओजी, थाना कोतवाली नगर से कांस्टेबल राजू सिंह, रहीस आजम, ध्रवेन्द्र सिंह, विनय कुमार, सुशील मौजूद रहे।
पुलिस ने बताया कि तुषार शहर के एक सर्राफ का बेटा है। वंश एक सर्राफ की दुकान पर काम करता है। दोनों दोस्त हैं। दोनों को पिस्टल शौक पूरा करने के लिए खरीदना था। गिरफ्तार उज्ज्वल त्यागी शातिर अपराधी है, उसने गांधी कॉलोनी में फायरिंग की थी। पिस्टल सप्लायर भी है। ऋतिक मुठभेड़ में शाहपुर में पहले पकड़ा गया था। शुभम गिरी व ऋतिक चचेरे भाई हैं। पुलिस सभी का आपराधिक इतिहास खंगाल रही है। विवांक व ऋतिक हथियार खरीदने वाले युवकों को लेकर आते है। हथियार रक्षित उपलब्ध कराता है। हथियार बेचने के बाद रक्षित त्यागी सभी को हिस्सा बांट देता है।
50 से 60 हजार रुपये तक बेचते हैं पिस्टल
विक्की त्यागी के बेटे रक्षित त्यागी ने नई उम्र के युवकों को जोड़ कर अवैध शस्त्रों की खरीद फरोख्त का धंधा किया हुआ है। इंस्टाग्राम सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर यह गिरोह अपना धंधा चलाता है। बरामद 32 बोर की पिस्टल मध्यप्रदेश से लाई जाती हैं। एक पिस्टल 50 से 60 हजार रुपये तक बेची जा रही है। पुलिस का कहना है कि रक्षित गिरोह अधिकांश तौर पर देहरादून रहता है। हथियार सप्लाई के समय इधर आता है और सप्लाई करने के बाद फरार हो जाता है।