लखनऊ। लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) में रविवार को अवैध निर्माणों के खिलाफ लगातार दूसरे दिन कार्रवाई की गई। करीब 9 घंटे तक चली इस कार्रवाई में 2 साल से चल रहे मदरसे को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया गया।
इसके साथ ही 12 दुकानें और 40 झुग्गियां भी तोड़ी गईं। मजार के पास बने अन्य अवैध निर्माण भी गिराए गए। हालांकि, 646 साल पुरानी मजार को सुरक्षित छोड़ दिया गया। मजार की देखरेख करने वाले अतीक अहमद ने बताया कि मजार को नुकसान नहीं पहुंचाया गया।
इस कार्रवाई के दौरान करीब 60 पुलिसकर्मी और 80 यूनिवर्सिटी सुरक्षाकर्मी मौके पर तैनात रहे। कार्रवाई से पहले गेट नंबर-1 और नेत्र रोग विभाग के रास्तों को आम जन के लिए बंद कर दिया गया था।
शनिवार को अतिक्रमण हटाने को लेकर भारी विवाद हुआ था। दुकानदारों ने पुलिस के सामने KGMU के प्रोफेसरों और रेजिडेंट डॉक्टरों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा, जिससे 2 प्रोफेसर, 1 असिस्टेंट प्रोफेसर और 1 रेजिडेंट डॉक्टर घायल हो गए। पुलिस ने किसी तरह मामला शांत कराया और मौके पर पुलिस और PAC की टीम बुलाकर अतिक्रमण हटवाया। इसके बाद शाम 5 बजे से रात 9 बजे तक अवैध निर्माणों को ध्वस्त किया गया।
डॉक्टरों का कहना है कि इन अवैध दुकानों को हटाने के लिए 6 महीने से नोटिस जारी किया जा रहा था, लेकिन इसके बावजूद अतिक्रमण नहीं हटाया गया। यूनिवर्सिटी प्रशासन ने स्पष्ट किया कि उनकी जमीन पर किसी भी प्रकार का अवैध कब्जा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।