मेरठ। क्रांति दिवस के उपलक्ष में चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ में साहित्यिक सांस्कृतिक परिषद के तत्वावधान में एक भव्य समारोह का आयोजन किया गया। विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला के नेतृत्व में महापुरुषों की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस दौरान छात्र नेता विनीत चपराना ने दूध से शहीद की प्रतिमा को नहलाया। कार्यक्रम की शुरुआत धन सिंह कोतवाल जी की मूर्ति पर माल्यार्पण से हुई। इसके पश्चात शहीद मंगल पांडे जी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की गई।
तत्पश्चात विश्वविद्यालय परिसर में स्थापित अन्य क्रांतिकारियों और महापुरुषों की मूर्तियों पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धा-सुमन अर्पित किए गए। इस अवसर पर कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला ने कहा कि मेरठ क्रांति की धरती रही है, जहां से 1857 की प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की चिंगारी फूटी थी। उन्होंने कहा कि हमें शहीदों को केवल नमन ही नहीं करना चाहिए, बल्कि उनके संघर्ष और बलिदान से प्रेरणा लेकर अपने कर्तव्यों का भी ईमानदारी से निर्वहन करना चाहिए। क्रांतिकारियों ने अपने प्राणों की आहुति देकर देश की आज़ादी का मार्ग प्रशस्त किया।
हमारा दायित्व केवल शिक्षा ग्रहण करना या शिक्षा देना ही नहीं है, बल्कि देश और समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को भी निभाना है। कुलपति ने विद्यार्थियों और शिक्षकों का आह्वान किया कि वे राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखते हुए अपने जीवन मूल्यों का निर्धारण करें और क्रांतिकारियों की तरह समर्पण और निष्ठा के साथ देश के विकास में योगदान दें।
इस अवसर पर प्रति कुलपति प्रोफेसर मृदुल कुमार गुप्ता, प्रोफेसर वीरपाल सिंह, प्रोफेसर के.के. शर्मा, प्रोफेसर राकेश कुमार शर्मा, डॉ. जमाल अहमद सिद्दीकी मितेंद्र कुमार गुप्ता, इंजीनियर प्रवीण पवार, सर्वोत्तम शर्मा, इंजीनियर मनीष मिश्रा ,इंजीनियर मनोज कुमार अमरपाल सहित विश्वविद्यालय के अनेक शिक्षक, अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे। सभी ने महापुरुषों के चित्रों पर पुष्प अर्पित कर उनके बलिदान को नमन किया।