✍️ Royal Bulletin संवाददाता
मुरादाबाद – भारतीय सेना के ऑपरेशन सिंदूर की बहादुरी और रणनीतिक सफलता का असर पूरे देश में दिखाई दे रहा है। खासतौर पर कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह की उपस्थिति और नेतृत्व ने लड़कियों के लिए प्रेरणा की मिसाल कायम की है। ये दोनों अधिकारी आज देशभर में रोल मॉडल बन चुकी हैं।
लड़कियों के बीच बढ़ता क्रेज:
इन दो महिला अधिकारियों का प्रभाव इतना गहरा है कि देशभर के युवा, खासकर लड़कियाँ, इन्हें अपना आदर्श मानने लगी हैं। शहरों से लेकर गांव तक, उनकी लोकप्रियता का आलम यह है कि लोग अपनी ब्लैक थार, स्कॉर्पियो और अन्य SUV वाहनों की खिड़कियों पर उनके बड़े-बड़े फोटो और “ऑपरेशन सिंदूर” का लोगो बनवा रहे हैं। पेंटर्स को इनके लिए विशेष ऑर्डर दिए जा रहे हैं।
स्थानीय जुड़ाव और गर्व की बात:
मुरादाबाद महानगर के इंदिरा चौक के पास मोहल्ला मकबरा में रहने वाली श्रीमती हाजरा बेगम, जो कि कर्नल सोफिया कुरैशी की बुआ हैं, ने गर्व से कहा कि,
“हमें फख्र है कि हमारी भतीजी ने अपने वतन, कौम और परिवार का नाम रोशन किया है। वह आज पूरे देश की बेटियों की रोल मॉडल बन चुकी है।”
उन्होंने बताया कि कर्नल सोफिया कुरैशी का जन्म पूना में हुआ था। उनके पिता सूबेदार ताज मोहम्मद कुरैशी और उनके तीन सगे भाई भी सेना में रह चुके हैं। इन्हीं को देखकर सोफिया ने बचपन से ही फौज में जाने का सपना देखा था। उनका चयन 1996-97 में सेना में हुआ था।
जनता का जुड़ाव:
लोगों में इस कदर उत्साह है कि वे अपनी गाड़ियों पर “ऑपरेशन सिंदूर” के साथ इन दोनों महिला सैन्य अधिकारियों की वर्दी पहने हुए तस्वीरें पेंट करवा रहे हैं। यह न केवल देशभक्ति का प्रतीक बन गया है, बल्कि लड़कियों को सैन्य सेवाओं में आने के लिए प्रेरित भी कर रहा है।