मुज़फ्फरनगर। अंसारी रोड स्थित एक इलेक्ट्रॉनिक दुकान में आग लगने की घटना ने अब सांप्रदायिक रंग ले लिया है। जहां पीड़ित दुकानदार ने हिंदू युवक आशीष गोयल पर आग लगाने का आरोप लगाया है, वहीं इस मामले में संयुक्त वैश्य मोर्चा ने इसे सिरे से खारिज करते हुए कहा है कि यह महज व्यापारिक प्रतिद्वंद्विता थी, जिसे हिंदू-मुस्लिम रंग देकर एक समुदाय विशेष को निशाना बनाया जा रहा है।
संयुक्त वैश्य मोर्चा के संयोजक शलभ गुप्ता एडवोकेट अपने प्रतिनिधिमंडल के साथ शहर कोतवाली पहुंचे और वहां उन्होंने कोतवाल से मुलाकात कर निष्पक्ष जांच की मांग की। उन्होंने कहा, “हमारे समाज के युवक आशीष गोयल अंसारी रोड पर स्थित एक मुस्लिम व्यापारी की दुकान पर नौकरी करते हैं। बराबर में दूसरी दुकान भी एक मुस्लिम व्यापारी की है। व्यापारिक प्रतिस्पर्धा के चलते पहले ही दोनों में कहासुनी हो चुकी थी, जिसे कोतवाली में सुलझा लिया गया था।”
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शलभ गुप्ता ने यह भी कहा कि “आग लगने की घटना के पीछे कारण अभी स्पष्ट नहीं हैं। लेकिन बिना जांच और बिना सबूत, सीधे आशीष गोयल को दोषी ठहराना एक साजिश प्रतीत होती है। यह सामान्य आपराधिक मामला था, जिसे दुर्भाग्यवश हिंदू-मुस्लिम रंग दे दिया गया है।”
वैश्य समाज के प्रतिनिधियों ने आशंका जताई कि ऐसे मामलों में सांप्रदायिक एंगल जोड़कर समाज के शांतिपूर्ण वातावरण को बिगाड़ने का प्रयास किया जाता है। उन्होंने पुलिस प्रशासन से मांग की कि तथ्यों के आधार पर जांच हो और किसी निर्दोष पर दबाव न बनाया जाए।
शहर कोतवाल ने प्रतिनिधिमंडल को भरोसा दिलाया कि हर पहलू से निष्पक्ष जांच की जाएगी और साक्ष्य के आधार पर ही कार्रवाई होगी।