लखनऊ। बलिया के जिला अस्पताल में भर्ती कम से कम 44 लोगों की चिलचिलाती गर्मी के कारण 15 से 16 जून के बीच मौत होने की सूचना मिलने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने जांच के आदेश दिए हैं। अधिकारियों ने कहा कि ज्यादातर मरीज 60 साल से अधिक उम्र के थे।
एक वरिष्ठ सरकारी प्रवक्ता ने कहा, उत्तर प्रदेश सरकार ने मौतों की जांच शुरू कर दी है। लखनऊ से निदेशक स्तर के दो अधिकारियों को जिले में भेजा गया है।
अधिकारी ने कहा कि बलिया जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक दिवाकर सिंह का तबादला कर दिया गया है।
सिंह ने शनिवार को कहा था कि जिला भीषण गर्मी से जूझ रहा है, जो सभी के लिए एक समस्या है। लेकिन ऐसे मौसम में ब्लड प्रेशर, ब्रोन्कियल अस्थमा जैसी बीमारियों से पीड़ित लोगों के लिए समस्या और बढ़ जाती है।
जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि 15 जून को 23 लोगों की मौत हुई, जबकि 16 जून की दोपहर तक 11 लोगों की मौत हो गई।
अस्पताल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, बाद में शुक्रवार को 10 और लोगों की मौत हो गई।
अधिकारी ने कहा, पिछले 50 घंटों में 44 लोगों की मौत की सूचना मिली है।
शनिवार को, जिले में अधिकतम तापमान 43 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से पांच डिग्री अधिक और सापेक्ष आद्र्रता 25 प्रतिशत थी, जिसने गर्मी के प्रभाव को और बढ़ा दिया।
भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, बलिया में 16 जून को अधिकतम तापमान 42.2 डिग्री सेल्सियस (सामान्य से पांच डिग्री अधिक) और 15 जून को 42 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
मौसम विभाग के पूवार्नुमान के अनुसार, जिले में रविवार को अधिकतम तापमान 43 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है।