गाजियाबाद। ऐप के जरिए धर्मातरण मामले में पुलिस अब शाहनवाज उर्फ बद्दो से मिले मोबाइल फोन और लैपटॉप से डाटा रिकवर का इंतजार कर रही है। इसके बाद पुलिस कोर्ट में रिमांड के लिए अपील करेगी। मोबाइल और लैपटॉप में ज्यादातर डाटा डिलीट किया जा चुका है। डाटा एक्सपर्ट के जरिए रिकवर कराया जा रहा है।
इसके लिए पुलिस ने बद्दो के गैजेट्स स्पेशल टीम के पास भेज दिए हैं। करीब 10 दिनों की फरारी के दौरान बद्दो ने काफी डाटा डिलीट किया है, जिसे रिकवर होना जरूरी है। पुलिस डाटा के आधार पर आगे का एक्शन प्लान तैयार करेगी और रिकवर डाटा और मेल के जरिए मिली जानकारी के आधार पर ही पूछताछ शुरू होगी। साथ ही, पुलिस की योजना है कि बद्दो को मौलवी के आमने-सामने बिठाकर भी पूछताछ की जाए।
सूत्रों के मुताबिक, मोबाइल फोन और लैपटॉप के अंदर ही काफी डाटा मौजूद है, जिसके जरिए धर्मातरण मामले में बद्दो के साथ मौजूद और लोगों को बेनकाब किया जा सकता है। इस मामले में पुलिस ने काफी डाटा रिकवरी किया है। इसके जरिए पुलिस कोशिश कर रही है कि धर्मातरण मामले में जुड़े और भी लोगों को जल्द ही सलाखों के पीछे किया जा सके। पुलिस ने सवालों की लंबी चौड़ी लिस्ट तैयार कर रखी है, जो बद्दो से पूछे जाएंगे।
सूत्रों के मुताबिक, सैकड़ों सवाल तैयार हैं और यह भी माना जा रहा है कि बंधुओं को मौलवी के आमने-सामने बैठाकर भी पूछताछ की जाएगी।
दरअसल, 30 मई को पुलिस को मिली सूचना और शिकायत के मुताबिक ही पुलिस ने धर्मातरण मामले में कार्रवाई करते हुए सबसे पहले मौलवी को गिरफ्तार किया था और उसके बाद इसके मास्टरमाइंड बद्दो की तलाश शुरू हो चुकी थी। करीब 10 दिनों के बाद बद्दो को महाराष्ट्र से पुलिस ने गिरफ्तार किया था और फिर उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। उससे मिले सभी दस्तावेज और गैजेट्स की जांच की जा रही है और उन्हीं के आधार पर आगे की कार्रवाई तय की जाएगी। अभी तक पुलिस को 4 नाबालिग लड़कों के धर्मातरण की पुख्ता खबर मिली है। उसके आगे और कितने लोगों के साथ ऑनलाइन गेम के जरिए धर्मातरण का खेल खेला गया था, इसका पता लगाने में पुलिस को डाटा रिकवर होने के बाद काफी सहूलियत मिलेगी।