लखनऊ। उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने बुधवार को कहा कि सील किये गये जयप्रकाश नारायण अंतर्राष्ट्रीय केंद्र (जेपीएनआईसी) के गेट को फांद कर समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आज यह साबित कर दिया है कि अराजकता उनकी पार्टी की पहली पसंद है।
पाठक ने यहां कहा कि लखनऊ विकास प्राधिकरण द्वारा सील किये गये जेपीएनआईसी के गेट को सपा अध्यक्ष ने अपने समर्थकों के साथ फांदा और जयप्रकाश नारायण की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इससे एक बार फिर साबित हो गया है कि सपा के लोग कानून व्यवस्था का पालन नहीं करते और उन्हे अराजकता पसंद है।
उन्होने तंज कसा कि सपा अध्यक्ष को यदि कूदना इतना पसंद है तो उन्हे हाल ही में संपन्न हुये एशियाई खेलों में भाग लेना चाहिये था ताकि वह देश के लिये कुछ मेडल ला पाते।
गौरतलब है कि लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जयंती के अवसर पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आज गोमतीनगर स्थित जेपीएनआईसी के गेट को फांद कर लोकनायक की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया था। सपा का कहना है कि उन्होने प्रतिमा पर माल्यार्पण के लिये लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) को पत्र लिखा था मगर उन्हे सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुये अनुमति नहीं दी गयी।
इससे पहले यादव ने ट्वीट कर अनुमति प्रदान नहीं करने के फैसले की भर्त्सना करते हुये एक्स पर पोस्ट किया “ महान समाजवादी विचारक, सामाजिक न्याय के प्रबल प्रवक्ता लोकनायक जयप्रकाश नारायण जी की जयंती पर अब क्या सपा को माल्यार्पण करने से रोकने के लिए ये टिन की चद्दरें लगाकर जेपीएनआईसी का रास्ता रोका जा रहा है। सच ये है कि भाजपा लोकनायक जयप्रकाश जी के भ्रष्टाचार, बेकारी-बेरोज़गारी और महंगाई के ख़िलाफ़ छेड़े गये आंदोलन की स्मृति को दोहराने से डर रही है क्योंकि भाजपा के राज में तो भ्रष्टाचार, बेकारी-बेरोज़गारी और महंगाई तब से कई गुना ज़्यादा है।’’
उन्होने कहा “ अब क्या माल्यार्पण के लिए भी जयप्रकाश नारायण जी की तरह ‘सम्पूर्ण क्रान्ति’ का आह्वान करना पड़ेगा। अगर भाजपा को यही मंज़ूर है तो यही सही।”