नयी दिल्ली। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) ने सोमवार को दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव के लिए 21-सूत्रीय घोषणापत्र (मेनिफेस्टो) जारी किया।
अभाविप ने आज यहां जारी 21-सूत्रीय घोषणापत्र में तनावमुक्त डीयू बनाने को ‘माइंडफुलनेस सेंटर’ की स्थापना, ट्रांसजेंडर समुदाय हेतु छात्रवृत्ति, ‘कॉरपोरेट कनेक्ट सेंटर’ से बेहतर रोज़गार के अवसर एवं छात्र समुदायों के ‘समग्र एवं सर्वांगीण विकास’ और एक पाठ्यक्रम-एक शुल्क’ के साथ पढ़ाई के साथ कमाई संबंधित विषयों को भी शामिल किया गया है।
उन्होंने महिला सुरक्षा, सेनेटरी नैपकिन वेंडिंग मशीन की स्थापना एवं महिला संबंधित मुद्दों पर विशेष बल देते हुए अभाविप ने छात्राओं के लिए अलग घोषणापत्र(वू-मेनिफेस्टो) जारी किया है। छात्रों के लिए विशेष बस सेवा, मेट्रो में रियायती पास, अनुसूचित जाति, जनजाति, पिछड़ा वर्ग और आर्थिक रूप से कमजोर विद्यार्थियों हेतु छात्रवृत्ति में वृद्धि, सप्लीमेंट्री परीक्षाओं की मांग, नए महिला छात्रावासों का निर्माण एवं कॉलेज परिसरों में अनिवार्यतः महिला छात्रावास की व्यवस्था, शैक्षिक तथा प्रशासनिक आवश्यकताओं हेतु एकल डैशबोर्ड, परिसर में 24 घंटे मुफ्त वाई-फाई सुविधा और स्वास्थ्य, उन्नत पुस्तकालय एवं ई-रिसोर्स के साथ सुलभ वाचनालय, खिलाड़ी छात्रों हेतु खेल-संबंधी व्यवस्थाओं का सुदृढ़ीकरण के साथ पोषण विशेषज्ञ एवं संतुलित आहार, दिव्यांग छात्रों के लिए सुलभ बुनियादी ढांचा एवं सहायक प्राद्योगिकी की उपलब्धता, रोज़गार के अवसरों के लिए ‘अर्निंग विथ लर्निंग’, समस्याओं के निवारण हेतु ‘आंतरिक शिकायत समिति का गठन एवं बेहतर एक्सपोजर के लिए ‘कॉरपोरेट कनेक्ट सेंटर’ की स्थापना, ट्रांसजेंडर विद्यार्थियों हेतु नई छात्रवृत्ति का नियोजन एवं नियमित छात्रवृत्ति में वृद्धि तथा ‘मानसिक तनावमुक्त परिसर’ के निर्माण हेतु विशिष्ट परामर्शदाता(काउंसलर) की उपलब्धता एवं मनोवैज्ञानिक समस्याओं के लिए ‘माइंडफुलनेस सेंटर’ की स्थापना की मांग को प्रमुखता से घोषणापत्र में सम्मिलित किया गया है।
इस अवसर पर दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव में अभाविप से अध्यक्ष पद के प्रत्याशी तुषार डेढा ने कहा, “अभाविप की अगुवाई में पूर्व में भी डीयू के विकास एवं छात्र समुदाय की समस्याओं के निवारण हेतु बेहतर कार्य किया गया है। इस वर्ष दोगुने जोश से छात्रों के व्यक्तित्व विकास, परिसर के इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट, “माइंडफुलनेस सेंटर” की स्थापना, स्वास्थ्य संबंधी बुनियादी सुविधाओं के विकास हेतु अभाविप कार्यरत रहेगी।”
अभाविप से उपाध्यक्ष पद के प्रत्याशी सुशांत धनकड़ ने कहा, “खिलाड़ियों के लिए मूलभूत सुविधाएं की उपलब्धता, नए छात्रावासों के निर्माण, ‘एक पाठ्यक्रम-एक शुल्क’ की नीति के साथ समग्र विकास पर अभाविप ध्यान देगी तथा वैश्विक पटल पर डीयू को शीर्ष में स्थापित कराने का कार्य करेगी।”
अभाविप से सचिव पद की प्रत्याशी अपराजिता ने कहा, “अभाविप ने महिला संबंधी समस्याओं के निवारण हेतु अलग से घोषणापत्र ‘वूमैनिफेस्टो’ को जारी किया है, जिसमें महिला सुरक्षा एवं सशक्तीकरण पर विशेष बल दिया गया है। स्त्री-रोग विशेषज्ञ की उपलब्धता, परिसर के अंदर व बाहर महिला सुरक्षा हेतु कैमरों से निगरानी, सभी छात्रावासों के बाहर ‘पिंक बूथ’ की स्थापना, नए महिला छात्रावासों की स्थापना, महिलाओं के किए कॉमन रूप, सेनेटरी नेपकिन वेंडिंग मशीनों के मरम्मत और नए मशीनों के इंस्टालेशन पर अभाविप कार्य करेगी। अभाविप का घोषणापत्र छात्रों का घोषणापत्र है इसे ‘स्वाभिमान अभियान’ द्वारा 20 हज़ार से अधिक प्राप्त सुझावों के आधार पर बनाया गया है।”
अभाविप से संयुक्त-सचिव पद के प्रत्याशी सचिन बैसला ने कहा, “महिलाओं के लिए एनसीसी की व्यवस्था, “लैंगिक संवेदनशीलता शिविरों’ के माध्यम से लैंगिक समानता को बढ़ावा एवं ‘आंतरिक शिकायत समिति’ के गठन हेतु अभाविप कार्यरत है एवं दिल्ली विश्वविद्यालय में इनके कार्यान्वयन हेतु अभाविप प्रतिबद्ध रहेगी।”
अभाविप दिल्ली प्रांत के प्रांत मंत्री हर्ष अत्री ने कहा, “अभाविप छात्र संबंधित मुद्दों को प्रखरता से उठाती आई है, जहां अन्य छात्र संगठनों के कार्यकर्ता केवल बरसाती मेंढक की तरह चुनावों में ही नज़र आते हैं वहीं अभाविप के कार्यकर्ता प्रतिदिन छात्र समस्याओं के निदान हेतु कार्यरत रहते हैं। एनएसयूआई एवं अन्य छात्र संगठनों द्वारा अव्यवस्था उत्पन्न करने का प्रयत्न किया जा रहा है, जिसे अभाविप द्वारा किसी भी अवस्था में स्वीकार नहीं किया जाएगा। दिल्ली विश्वविद्यालय में अज़मेर जैसी स्थिति को अभाविप उत्पन्न नहीं होने देगी। अभाविप के उम्मीदवारों को छात्रों का भरपूर समर्थन प्राप्त हो रहा है और अभाविप चारों सीटों पर विजयी हो पुनः छात्रहितों में कार्य करेगी। बेहतर डीयू हेतु अभाविप प्रत्याशियों को वोट डाल भारी बहुमत से विजयी बनाएं।”