शामली। प्रदेश सरकार द्वारा जहाँ स्वास्थ सेवाओं को बेहतर करने के लिए पानी की तरह पैसा बहाया जा रहा है। और हर व्यक्ति को निशुल्क व सुलभ उपचार दिए जाने के दावे किए जा रहे हैं, वही शामली सीएचसी अस्पताल में कुछ स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा मरीजों से प्लास्टर के नाम पर अवैध वसूली कर सरकार को बदनाम के जाने का मामला सामने आया है। जहां पीड़ित किशोर ने अपनी दादी के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचकर डीएम से सरकारी अस्पताल में हो रही कालाबाजारी को रोके जाने की मांग की है।
आपको बता दें गढ़ी पुख़्ता थाना क्षेत्र के गांव धनैना निवासी शुभम अपनी दादी हरबीरी देवी व अन्य परिजनों के साथ घायल अवस्था में डीएम दफ्तर पहुंचा। क्या उस ने डीएम को शिकायती पत्र देते हुए बताया कि बीती 11 जुलाई को उसके पैर वे उसके दादी के हाथ में बाइक फिसलने के कारण फैक्चर हो गया था।
जिसके लिए वह सदर सीएचसी शामली में उपचार के लिए पहुंचे थे। आरोप है कि पहले तो उन्हें एक्स-रे के लिए घंटों इंतजार करना पड़ा। जिसके बाद प्लास्टर कक्ष पहुंचे तो वहां पर उनसे कच्चा प्लास्टर के जाने के ₹540 लिए गए, लेकिन कोई रसीद नहीं दी गई। जिसके बाद आज फिर से शुभम अपनी दादी के साथ अस्पताल गया था। जहां पक्का प्लास्टर करवाए जाने के नाम पर फिर से स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा ₹540 की अवैध उगाही की गई।
जब युवक ने स्वास्थ्य कर्मियों से इसकी रसीद मांगी तो उन्होंने कोई रसीद तो नहीं दी उल्टा पीड़ित को अपशब्द कहते हुए वहां से भगा दिया। जिसके बाद पीड़ित व्यक्ति ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर पीएम से उक्त मामले की शिकायत की। पीड़ित व्यक्ति का कहना है कि वह अकेला नहीं है। शहर के सरकारी अस्पताल में प्लास्टर के नाम पर इसी तरह से प्रतिदिन हजारों रुपए के अवैध उगाही की जाती है। जिससे सरकार की साख पर भी बट्टा लग रहा है। पीड़ित व्यक्ति ने डीएम से सदर सीएचसी में अवैध उगाही करने वाले स्वास्थ्य कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई किए जाने एवं अस्पताल में अवैध उगाही रोके जाने की मांग की है।