मेरठ। मेरठ में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (ADG) ध्रुव कांत ठाकुर ने आज मास्टर ट्रेनरों के लिए मादक द्रव्यों के सेवन की रोकथाम पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का उद्घाटन किया। चक्र डायलॉग्स फाउंडेशन, सोसाइटी फॉर प्रमोशन ऑफ यूथ एंड मासेस और विद्या ग्लोबल स्कूल द्वारा आयोजित कार्यशाला का उद्देश्य लगभग 1,000 शिक्षकों को जीवन कौशल और मादक द्रव्यों के सेवन पर छात्रों को शिक्षित करने और उनका समर्थन करने के लिए आवश्यक ज्ञान और कौशल से लैस करना है।
सभा को संबोधित करते हुए एडीजी ध्रुव कांत ठाकुर ने युवा दिमागों को आकार देने और एक स्वस्थ समुदाय को बढ़ावा देने में शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “यह पहल हमारे युवाओं को सूचित विकल्प बनाने और मादक द्रव्यों के सेवन से निपटने के लिए सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।”
उन्होंने अपने विशाल अनुभव का उपयोग मांग को कम करने के महत्व पर जोर देने के लिए किया, जो नशीली दवाओं के उपयोग की विशाल समस्या का एकमात्र स्थायी समाधान है। एसपीवाईएम के कार्यकारी निदेशक डॉ राजेश कुमार ने वैकल्पिक कारावास की अवधारणा की सिफारिश की, जिसमें नशीली दवाओं की लत को एक बीमारी माना जाना चाहिए और उसके अनुसार इलाज किया जाना चाहिए।
विद्या ग्लोबल पार्क के प्रबंध निदेशक, विशाल जैन ने एडीजी ध्रुव कांत ठाकुर, डॉ. राजेश कुमार, सार्वजनिक स्वास्थ्य नीति विशेषज्ञ गैरी रीड और चक्र डायलॉग्स फाउंडेशन के मुख्य परिचालन अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल राजीव सिन्हा को सम्मानित किया।
26 से 28 सितंबर, 2024 तक विद्या ग्लोबल स्कूल में आयोजित होने वाली इस कार्यशाला में इंटरेक्टिव सत्र, विशेषज्ञों के नेतृत्व में चर्चा और व्यावहारिक गतिविधियाँ शामिल हैं। इन शिक्षकों को प्रशिक्षित करके, आयोजकों का लक्ष्य 1,00,000 छात्रों तक पहुँचना है, जिससे एक सहायक माहौल तैयार होगा।
स्कूल के वातावरण को बेहतर बनाने और मादक द्रव्यों के सेवन की रोकथाम को बढ़ावा देने के लिए यह कदम उठाया गया है।
इस अवसर पर सीडीएफ, एसपीवाईएम, विद्या ग्लोबल स्कूल के प्रतिनिधि व शिक्षक उपस्थित रहे।