Friday, April 25, 2025

भाकियू के धरने में पहुंचे खोजा नंगला के ग्रामीण, बैठे धरने पर, प्रशासन ने दिए है बेदखली के नोटिस

मुजफ्फरनगर। थाना छपार क्षेत्र के गांव खोजा नंगला के 250 घरों के नियमितीकरण के आदेश जिला प्रशासन ने दिये हैं, जिससे परेशान होकर ग्रामीणों ने आज जीआईसी मैदान पहुंचकर भाकियू नेता राकेश टिकैत से मुलाकात की और अपनी समस्या उनके सामने रखी। इस दौरान ग्रामीणों ने धरने में भी भागीदारी की।

जीआईसी मैदान में अनिश्चितकालीन धरने के लिए किसान यूनियन के पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं द्वारा अपनी-अपनी झोपडिय़ां बनाई जा रही है। वहीं चौधरी राकेश टिकैत ने बीते दिनों एक बयान देते हुए कहा था कि जिसकी जो भी समस्या है, वह यहां आए और झोपड़ी बनाएं और आंदोलन में शामिल हो।

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उसी के अनुसार सोमवार को एक मामला सामने आया है, जहां जीआईसी मैदान में अपनी समस्याओं को लेकर लोग शामिल हुए और प्रशासन से न्याय की गुहार लगा रहे है।

थाना छपार क्षेत्र के खोजा नगला निवासी सलमान गौड ने बताया कि गांव में चुनावी रंजिश के चलते ग्राम प्रधान के भाई व कुछ ग्रामीणों ने खसरा नंबर 186 को बंजर बताते हुए शिकायत की, जिस पर एसडीएम ने आदेश जारी करते हुए कहा कि खसरा नंबर 186 पर कोई नया निर्माण ना किया जाए। इस संबंध में लेखपाल ने जब जांच की तो स्पष्ट हुआ कि 186 खसरा नंबर भूमि पर कोई अवैध कब्जा नहीं हो रहा है और यह पुरानी आबादी है, यहां सभी पैतृक रूप से रह रहे हैं।

सलमान गौड ने बताया कि 79 परिवारों के लगभग 247 कच्चे-पक्के मकानों को 67 (2) और 67 (5) के तहत नोटिस जारी कर दिए। सभी गरीब व किसान परिवार है, जिनके पास उसके अलावा कोई रहने के लिए मकान या जगह नहीं है।

इसके बाद तहसीलदार के द्वारा सभी मकानों पर आरसी काट दी गई, जिसके तहत किसी मकान पर 6 लाख रूपये का जुर्माना, तो किसी पर 8 लाख और किसी पर 10 लाख रूपये का जुर्माना कर दिया गया। सलमान गौड ने कहा कि चौधरी राकेश टिकैत के आह्वान पर यहां धरना दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि किसानों की जो भी समस्या है, उन सभी का समाधान यहीं से करा कर उठेंगे।

सलमान गॉड ने कहा कि चौधरी राकेश टिकैत ने उन्हें आश्वासन दिया कि आला अधिकारियों से इस संबंध में बात करेंगे । उन्होंने बताया कि गांव में यह प्रकरण 4 महीने से चल रहा है जिसकी वजह से ग्रामीणों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है और उनकी मांग है कि किसी तरह से यह नियमितीकरण रोका जाए।

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