बाहर से घर आने के बाद, बाथरूम का उपयोग करने के बाद और खाना खाने से पहले और बाद में हाथों को अच्छी तरह धोएं। अपने आप को भी हमेशा साफ रखें। आधी बीमारियां तो आपके साफ रहने से दूर की जा सकती हैं।
हर रोज एक ही तरह का खाना न खाकर बदल बदल कर खाएं जिसमें विटामिन्स, मिनरल्स और प्रोटीन्स की पर्याप्त मात्रा हो। दिन में तीन बार मेेन खाने की बजाए दिन में छह बार थोड़ा-थोड़ा कर खाएं। एक बार में ज्यादा खाने से मोटापा बढ़ता है। बेहतर है थोड़े अंतराल पर कम मात्रा में खाना।
ताजी सब्जियों-फलों का प्रयोग करें। खाने में सलाद, दही, दूध, हरी सब्जियां, साबुत दाल-अनाज आदि का प्रयोग अवश्य करें। कोशिश करें कि आपकी प्लेट में ‘वेरायटी ऑफ फूड शामिल हों।
तेल का जितना कम इस्तेमाल कर सकते हैं उतना आपके लिए बेहतर है। खाना पकाने के लिए अनसैचुरेटेड वेजिटेबेल ऑयल का प्रयोग करें। खाने में शक्कर तथा नमक दोनों की मात्रा का प्रयोग कम से कम करें।
रोज दो से तीन लिटर पानी पिएं और किसी भी रूप में आहार में दूध भी शामिल करें।
खाना बनाने में अदरक लहसुन का इस्तेमाल करें। यह कैंसर का खतरा कम करता है और बैक्टीरिया को भी मारता है।
खाने को धीरे धीरे चबाकर आराम से खाना चाहिए। जल्दी खाना खाने से पाचन तंत्र बिगड़ता है और वजन भी बढ़ता है।
फास्ट फूड या डिब्बा बंद खाने के प्रयोग से बचें। इनमें कैमिकल्स के प्रयोग के कारण कई नुकसानदायक तत्व हो सकते हैं। वैज्ञानिकों के मुताबिक इनसे बच्चों में अस्थमा का खतरा 40 फीसदी तक बढ़ जाता हैं इसलिए अच्छा खाना खाने की आदत बचपन से डालें।
नियमित रूप से मेवे खाने से दिमाग का विकास होता है और दिल की बीमारियां दूर रहती हैं।
खाने में ग्लूकोज और फाइबर की पर्याप्त मात्रा का ख्याल रखें। इसके लिए आप फल, चोकरयुक्त रोटी, मक्का, सलाद आदि का प्रयोग कर सकते हैं।
कोई भी व्यायाम रोज आधे घंटे के लिए जरूर करें। साथ ही जितना हो सके, उतना चलिए। इससे शरीर की फिट रहने और रोगों से लडऩे की क्षमता बढ़ती है।
– शिवांगी झाँब