लखनऊ। पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक बड़ा बयान दिया है। लखनऊ में आयोजित एक प्रेस वार्ता के दौरान, अखिलेश यादव ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ साजिश रच रहे हैं।
हाल ही में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी एक बयान दिया था जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर भाजपा की सरकार फिर से सत्ता में आती है, तो दो महीने के अंदर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को हटा दिया जाएगा। इसी तरह का बयान अब अखिलेश यादव ने भी दिया है। उन्होंने दावा किया है कि भाजपा के नेता अपनी ही सरकार के खिलाफ षड्यंत्र कर रहे हैं। अखिलेश यादव ने यह बयान अरविंद केजरीवाल के साथ एक संयुक्त प्रेस वार्ता के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर दिया।
अखिलेश यादव ने अपने बयान में कहा, “इंडिया गठबंधन की संयुक्त पुकार है कि मिलकर भाजपा को सत्ता से बाहर करना है। आज लखनऊ में ‘आप’ और सपा के राष्ट्रीय नेतृत्व की उपस्थिति में इंडिया गठबंधन की संयुक्त प्रेस वार्ता में इस बात पर फिर से जोर दिया गया कि संविधान बचाकर ही आरक्षण बचाया जा सकता है। इसीलिए संविधान विरोधी भाजपा को चुनाव में हराकर सत्ता से हटाना जरूरी है।”
अखिलेश यादव ने भाजपा की चुनावी स्थिति पर कटाक्ष करते हुए कहा, “जब भाजपा कहती है कि वे 400 से अधिक सीटें जीतेंगे, तो उनका मतलब होता है कि 543 सीटों में से वे केवल 143 सीटें ही जीत सकते हैं। भाजपा की केवल दिल्ली, पंजाब और यूपी में कुल मिलाकर 99 सीटें जा रही हैं। ‘99’ का यह आंकड़ा भाजपा को डबल नाइन का झटका देगा। पूरे देश की 140 करोड़ जनता भाजपा को 140 सीटों के लिए तरसा देगी।”
अखिलेश यादव ने अपने बयान में भाजपा पर कई आरोप लगाए। उन्होंने लिखा, “भाजपा झूठ का विश्वविद्यालय नहीं, बल्कि झूठ का ‘ब्रह्मांड विद्यालय’ खोलने की योजना बना रही है। उनके पास चांसलर और डीन पहले से हैं। यह वही काम है जिसमें भाजपा सफल हो सकती है। भाजपा झूठे मुकदमों की गैंग है और परिवार और समाज को बांटने वाला गिरोह है।”
अखिलेश यादव ने लिखा, “भाजपा अपनी ही सरकार के मुख्यमंत्री को बदलने की साजिश रच रही है। भाजपाई किसी के सगे नहीं हैं, इसीलिए भाजपा को चुनाव में हराकर सत्ता से हटाना जरूरी है।”
अखिलेश यादव के इस बयान ने उत्तर प्रदेश की राजनीति में हलचल मचा दी है और भाजपा के भीतर संभावित अंतर्कलह को उजागर किया है। आगे देखना दिलचस्प होगा कि भाजपा इस पर क्या प्रतिक्रिया देती है।