मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद इलाहाबाद बोर्ड की दसवीं व बारहवीं की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य नगर के पांच मूल्यांकन केन्द्रों पर हो रहा है। उत्तर पुस्तिका जांच रहे शिक्षकों को हर रोज अलग तरह की परिस्थिति का सामना करना पड रहा है।
ऐसा ही एक मामला आज प्रकाश में आया है, जिसमें यूपी बोर्ड परीक्षा के मूल्यांकन में लगे प्रदीप नामक शिक्षक को रविश नाम का हौव्वा इस कदर सता रहा है कि उन्हें पुलिस से मदद मांगनी पड़ गई। रात-दिन कॉल करके बस एक ही सवाल किया जा रहा है कि रविश है क्या? कॉल भी एक या दो मोबाइल नंबरों से नहीं, बल्कि पूरे 11 अलग-अलग नंबरों से की जा रही है।
अब तक 50 से अधिक बार कॉल किए जा चुके हैं। शिकायत पर पहुंची डायल 112 ने शिकायत दर्ज कर पड़ताल शुरू कर दी है। शाहपुर थाना इलाके के बरवाला गांव निवासी प्रदीप हरसौली स्थित जनता इंटर कॉलेज में शिक्षक है। फिलहाल इनकी ड्यूटी यूपी बोर्ड परीक्षा के मूल्यांकन के लिए राजकीय इंटर कॉलेज में लगी हुई है।
शिक्षक प्रदीप का आरोप है कि गत दो दिनों से कोई उसे परेशान कर रहा है। अलग-अलग नंबरों से उसके पास रात-दिन कॉल की जा रही है। अलग-अलग 11 मोबाइल नंबरों से उसे 50 से भी अधिक बार कॉल की जा चुकी है। हर बार उससे केवल एक ही सवाल किया जा रहा है कि रविश है क्या?
शिक्षक प्रदीप कहते हैं कि वो बार-बार ये कहता हुआ थक गया है कि ना तो वो किसी रविश को जानता है और ना ही इस नाम से उसका कोई लेना-देना है। बावजूद इसके उसके पास कॉल आने का सिलसिला लगातार जारी है। परेशान होकर उसने डायल-112 पर कॉल करके पुलिस से शिकायत की। मौके पर जीआईसी कॉलेज पहुंची पुलिस ने शिक्षक से बातचीत कर पूरी डिटेल को नोट कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।